Rajasthan Assembly Election 2023: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में सचिन पायलट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान अडाणी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार पर तीखे वार किए. इस मामले में जेपीसी की मांग करने के साथ ही उन्होंने राजस्थान को लेकर पूछे सवाल पर भी जवाब दिए.
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पायलट ने कहा कि राजस्थान के विषय पर मुझे जो कहना है, वो मैं कह चुका हूं. इसे लेकर बेंगलुरु में नहीं कहना चाहता है. उन्होंने कहा कि जो भी फैसला लेना है वह कांग्रेस नेतृत्व को लेना है. हमारा उद्देश्य राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में इस साल सरकार बनाना है. कई राज्य है जहां पहले भी कांग्रेस की सरकार रिपीट हुई है. उसी तरह राजस्थान में भी रिपीट होगी.
मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अगर कुछ छिपाने के लिए नहीं है तो खुलकर बता क्यों नहीं रहे? हम जेपीसी की मांग कर रहे है. प्रधानमंत्रीजी हमेशा बोलते थे कि ना खाऊंगा, ना खाने दूंगा. अब जो लोग लाखों रुपए खा रहे है, आप क्या कर रहे हैं. भारतीय संसद की ज्वाइंट पार्लियमेंट्री कमेटी बनती है तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. संसद में सवाल का जवाब देते नहीं है. सरकार किसी भी तरह का जवाब देने में नाकाम रही है. ईडी, आईटी जैसी संस्थाएं परेशान करती है. सचिन पायलट ने कहा कि भाजपा के पास बहुमत है इसका मतलब ये नहीं कि वे प्रश्नों को हटा देंगे.
जेपीसी से क्यों पीछे हट रही भाजपा?
सचिन पायलट ने सवाल किया कि आखिरी केंद्र की सरकार जेपीसी से क्यों कतराती है? भाजपा ने हिंडनबर्ग शोध पत्रों की ओर से लगाए गए किसी भी आरोप का खंडन नहीं किया है. बावजूद इसके अजीब बात यह है कि यह सरकार यह जांच करने के लिए भी तैयार नहीं है. बीजेपी यह जांच नहीं करना चाहती कि यह पैसा कहां से आ रहा है. हम जेपीसी जांच या सुप्रीम कोर्ट की निगरानी वाली जांच की मांग करते हैं तो सरकार साफ इनकार कर देती है.
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