Biparjoy Cyclone Rajasthan: राजस्थान के रेगिस्तान में बिपरजॉय साइक्लोन की एंट्री के 36 घंटे बाद भी बाड़मेर (Barmer) में उसका कहर जारी रहा. जिले के बालोतरा, समदड़ी और सिवाना में भारी बारिश के कारण नदियां और डेम उफान पर है. रविवार को तीसरे दिन 4 बच्चों की डूबने से मौत हो गई तो दूसरी तरफ पानी के बहाव में एक व्यक्ति बह गया. इसके लिए प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है.
ADVERTISEMENT
वहीं पहाड़ी इलाकों में झरनों के नीचे 7 दोस्त सेल्फी खींच रहे थे. पुलिस ने सातों को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है. तूफान की वजह से अस्पताल में पानी भर गया तो दूसरी तरफ बाड़मेर के बालोतरा, समदड़ी, सिवाना में जलभराव से लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया. ये तस्वीरें तूफानी बारिश के बाद तबाही की है.
हॉस्पिटल में घुसा पानी
तीसरे दिन भी बाड़मेर में तूफान की तबाही जारी रही. तस्वीरों में देखिए किस तरीके से समदड़ी के सरकारी अस्पताल के अंदर 3 फीट तक पानी भर गया तो सिवाना और उसके आसपास के नदी नाले और बांध लबालब भर गए. एक तरफ जहां सेड़वा के गंगासरा गांव में नाडी में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई तो दूसरी तरफ सिवाना के पादरली गांव में दो चचेरे भाईयों की डूबने ने मौत हो गई. चारों बच्चों की उम्र 7 साल से 9 साल बताई जा रही है. पानी में बहे एक व्यक्ति समेत नाडी में डूबे दो बच्चों के शव तलाशने के लिए प्रशासन एवं एसडीआरएफ ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है.
लोग अब बारिश ना होने की कर रहे दुआ
बालोतरा शहर के निचली बस्ती के इलाकों के दर्जनों घरों में पानी घुस गया. लगातार बारिश से बालोतरा के बाजार में भी भयंकर जलभराव हो गया. अब रेगिस्तान के लोग यह दुआ कर रहे हैं कि बारिश बंद हो जाए नहीं तो अब आर्थिक नुकसान के साथ जानमाल के नुकसान से भी गुजरना पड़ेगा.
झरने के नीचे सेल्फी लेना पड़ा महंगा
3 दिन बाद जब तूफ़ान राजस्थान के अन्य हिस्सों में प्रवेश कर गया तो कुछ लोग पहाड़ी इलाकों में कुछ दोस्त झरनों पर सेल्फी खींचने पहुंच गए. हादसे की आशंका के चलते धोरीमन्ना पुलिस ने 7 दोस्तों को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. आरोप है कि पहाड़ों में झरनों के ठीक नीचे 3 डैम बने हुए थे. उस खतरनाक जगह पर यह सेल्फी ले रहे थे.
रेगिस्तान का जहाज पानी में फंसा
सिवाना इलाके के धीरा गांव में किसान अपने ऊंट को खेत में से चढ़ाकर वापस लौट रहा था. इस दौरान ऊंट गांव में बहने वाली नदी में फंस गया. पानी के बहाव के कारण ऊंट आगे नहीं बढ़ पाया. आखिरकार नदी का प्रवाह रुक जाने के बाद ऊंट को निकाला गया. जिसके बाद उनके मालिक ने भी राहत की सांस ली.
25 वर्षों का टूटा रिकॉर्ड
गौरतलब है कि रेगिस्तान के बाड़मेर जिले में बिपरजॉय साइक्लोन की चेतावनी के बीच बारिश ने पिछले करीब 25 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. इससे पहले साल 1998 में एक दिन में 102 एमएम बारिश हुई थी. जबकि इस बार पिछले 24 घंटों में जिले में 77 एमएम बारिश एक ही दिन में हो गई है. जिसकी वजह से जिले के अंदर तालाब, बांध, नदियां डेम, नाले उफान पर है. पुलिस की ओर से लोगों से अपील की जा रही है कि नहाने या सेल्फी के चक्कर में पानी भरे जल स्त्रोतों के पास ना जाएं. वहां आपकी जान को खतरा हो सकता है.
ADVERTISEMENT