Rajasthan Tak News: नागौर जिले के खुनखुना थाना इलाके के शेरानी आबाद में बुधवार दोपहर को घर अपने घर पर सो रहे दुबई में काम करने वाले युसुब को 4, 5 लोगों ने सीबीआई के अधिकारी बनकर अपहरण कर फिरौती मांगने के सनसनीखेज मामले का नागौर जिला पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने खुलासा कर दिया है.
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नागौर एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि नागौर जिले के शेरानी आबाद से बुधवार दोपहर में युसूफ नामक एक व्यक्ति का अपहरण हुआ था, युसूफ दुबई में कारोबार करता है और इन दिनों अपने गांव आया हुआ था. बुधवार दोपहर को एक कार लेकर कुछ लोग यूसुफ के घर में घुसे और उसकी पत्नी को युसूब के बारे में पूछा तो उसने नहीं बताने पर उन्होंने खुद को सीबीआई का अधिकारी बताकर यूसुफ को अपने साथ लेकर रवाना हो गए. जैसे ही परिवार में इस बात की भनक लगी तो परिवार के लोगों ने काफी देर तक पीछा किया लेकिन सफलता नहीं मिली.
यूसुब के भाई शबीर अहमद ने खुनखूना थाने में अपहरण करने का मामला दर्ज करवाया. दूसरी तरफ कथित सीबीआई टीम यूसुफ को लेकर जयपुर की तरफ रवाना हो गई. खुनखुना थाना अधिकारी जब यूसुफ के घर यूसुफ के घर पहुंच कर सीसीटीवी फुटेज खंगालती तो यूसुफ आराम से उन लोगों के साथ कार में बैठकर रवाना होता दिखाई दिया. जिसके चलते पुलिस एक बार कंफ्यूज भी हो गई. लेकिन हालात को देखते हुए नागौर एसपी राममूर्ति जोशी ने पूरे जिले में नाकाबंदी करवाई.
इसी बीच अपहरणकर्ताओं ने यूसुफ के परिजनों को फोन किया और 70 लाख रुपए की फिरौती मांगी. इसके बाद नागौर जिला पुलिस ने बदमाशों का पीछा करना शुरू कर दिया. पुलिस ने आरोपियों का लगातार पीछा किया तो आरोपी जयपुर की तरफ भाग निकले. जिसके बाद जयपुर पुलिस की भी नागौर पुलिस ने मदद ली. इसके बाद नागौर पुलिस व जयपुर पुलिस ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन शुरू किया और जयपुर के कानौता क्षेत्र से अपराध यूसुफ को दस्तयाब कर चार आरोपियों को अलग-अलग जगह से गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में पुलिस ने 350 किलोमीटर तक आरोपियों का लगातार 14 घंटे तक पीछा किया.
होटल-ढाबों पर काम करने वालो के मोबाईल से मांगी फिरौती
एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि आरोपी बेहद शातिर प्रवृत्ति के हैं और इन आरोपियों ने अपने मोबाइल का फिरौती के लिए उपयोग नहीं किया और रास्ते में चाय के होटलों पर रुक कर होटलों पर काम करने वाले लोगों से मोबाइल मांगे और अर्जेंट कॉल करने का बहाना बनाकर उनके मोबाइल से फिरौती की मांग की गई ताकि पुलिस को सुराग नहीं लगे. इस दौरान अलग-अलग लोगों के मोबाइल से आरोपी कॉल करते रहे, पुलिस ने उसी के आधार पर पुलिस ने इन आरोपियों के रूट को चिन्हित किया और लगातार पीछा जारी रखा.
भीड़भाड़ वाले इलाके में घुसे आरोपी
आरोपी जयपुर के कानोता क्षेत्र में घुस गए तो इसके बाद जयपुर पुलिस की मदद ली और भीड़भाड़ वाले इलाके से यूसुफ को सकुशल दस्तयाब कर के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. मामले में खुलासा हुआ है कि यूसुफ दुबई में रहकर गाड़ियों का काम करता है,. पुलिस इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि आरोपियों ने यूसुफ से 70 लाख रुपए की जो फिरौती मांगी है, ऐसे में यूसुफ दुबई में रहकर किस तरह के काम करता है. पुलिस को यह भी आशंका है कि शेरानी आबाद के कई लोग दुबई से सोने की तस्करी करते हैं, कहीं यूसुफ का उन लोगों से कोई लिंक तो नहीं है. एसपी ने बताया कि इन सभी पहलुओं पर पुलिस की जांच पड़ताल अभी चल रही है. जो चार आरोपी गिरफ्तार किए हैं, इनमें से एक आरोपी पूर्व में अपहरण कर फिरौती मांग चुका है. इस मामले में कई और आरोपियों को भी गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही है. राममूर्ति जोशी ने बताया कि आरोपियों के पास फर्जी सीबीआई के आईडी कार्ड पाए गए और आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जा रही है कई और मामलों की खुलासा होगी.
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