बजट से निराश 6 CHA अभ्यर्थी पानी की टंकी पर चढ़े, आत्मदाह की चेतावनी देते हुए कही ये बात, जानें

Rajasthan News: वैश्विक कोविड महामारी में कोरोना वॉरियर्स की भूमिका निभाने वाले कोविड स्वास्थ्य सहायक (सीएचए) बजट से नाखुश हैं. राज्य सरकार के अंतिम बजट में भी अपनी उम्मीद पूरी नहीं होते देख 6 कोविड स्वास्थ्य सहायक जयपुर में पानी की टंकी पर चढ़ गए. 4 महिला और 2 पुरुष सीएचए ने पानी की टंकी […]

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Rajasthan News: वैश्विक कोविड महामारी में कोरोना वॉरियर्स की भूमिका निभाने वाले कोविड स्वास्थ्य सहायक (सीएचए) बजट से नाखुश हैं. राज्य सरकार के अंतिम बजट में भी अपनी उम्मीद पूरी नहीं होते देख 6 कोविड स्वास्थ्य सहायक जयपुर में पानी की टंकी पर चढ़ गए. 4 महिला और 2 पुरुष सीएचए ने पानी की टंकी से कूदने की धमकी देते हुए राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के तीसरे कार्यकाल के आखिरी बजट में टकटकी लगाए बैठे कोविड स्वास्थ्य सहायक आखिरकार निराश हो गए और मजबूरन जयपुर के टोंक रोड़ पर गांधीनगर स्थित एक पानी की टंकी के ऊपर तक जा पहुंचे. इसमें CHA पूजा बाबरिया सहित 5 अन्य अभ्यर्थी टंकी पर चढ़ गए.

आक्रोशित CHA पूजा बाबरिया ने पानी की टंकी से वीडियो जारी कर बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आश्वासन दे रखा था कि बजट में CHA को नौकरी दे देंगे. लेकिन आखिरी बजट में भी उन्होंने कुछ नहीं किया तो मजबूरन 6 CHA पानी की टंकी पर चढ़कर विरोध कर रहे हैं. उनके पास और कोई दूसरा चारा नहीं बचा तो तब तक पानी की टंकी पर चढ़े रहेंगे जब तक सीएम उन्हें नौकरी नहीं देंगे.

वहीं एक अन्य CHA अभ्यर्थी ने बताया कि भारत छोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी से मिलने पर उन्होंने मुख्यमंत्री को निर्देश दिए थे कि इनकी मांगें मानी जाए. उस समय सीएम ने आश्वासन दिया था लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ है. उन्हें आशा थी की सीएम बजट में घोषणा करेंगे लेकिन उसमें युवाओं के लिए कुछ नहीं कर पाए. इसके आलावा एक अन्य महिला CHA ने कहा कि मंत्री राजेंद्र यादव ने भी उन्हें आश्वत किया था कि बजट में उनका काम होगा लेकिन आज वो नजर ही नहीं आ रहे हैं.

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बजट में युवाओं के लिए ये बातें रहीं खास
– बजट में सभी भर्ती परीक्षाओं को मुफ्त करने का फैसला किया गया है. इसके लिए वन टाइम रजिस्ट्रेशन होगा. इससे प्रदेश के 50 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स को फायदा मिलेगा.
– प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए जिला मुख्यालय पर डिजिटल लाइब्रेरी और आवासीय हॉस्टल भी बनाए जाएंगे.
– पेपर लीक को रोकने के लिए एसओजी के अधीन स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) का गठन किया जाएगा.
– सभी जिलों में ऑनलाइन सुविधाओं से लैस एग्जामिनेशन सेंटर बनाए जाएंगे. इसके लिए सरकार 250 करोड़ रुपए खर्च करेगी.
– आरपीएससी और राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के आधुनिकीकरण के लिए 50 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
– 500 करोड़ रुपए की लागत से युवा कल्याण कोष का गठन किया जाएगा.
– जिला मुख्यालयों पर 75 करोड़ की लागत से विवेकानंद यूथ हॉस्टल बनेंगे जिनमें प्रतियोगी परीक्षाओं में जाने वाले युवा रुक सकेंगे.
– मुख्यमंत्री युवा उद्यम योजना शुरू होगी. खुद का उद्योग लगाने के लिए 5 लाख तक की मार्जिन मनी दी जाएगी.
– प्रतापगढ़, जालौर, राजसमंद में राज्य सरकार मेडिकल कॉलेज खुलवाएगी. इसके बाद राजस्थान के सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे.
– ड्रोन स्टडी के लिए जयपुर में ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट खुलेगा.
– कोटा में माइनिंग यूनिवर्सिटी बनेगी.
– नेट-स्लैट वाले शोधार्थियों को 20 हजार की स्कॉलरशिप मिलेगी।
– तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए नए कोर्स शुरू होंगे. नए आईटीआई कॉलेज शुरू होंगे.

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