Crocodile Attack On Camel: कोटा में मगरमच्छ के ऊंट पर हमला करने का एक वीडियो सामने आया है. जहां नदी के किनारे पर एक मगरमच्छ ने मौका देखकर रेगिस्तान के जहाज कहे जाने वाले ऊंट पर धावा बोल दिया. लेकिन जैसे ही मगरमच्छ के दांत ऊंट के पैर पर लगे वह उछल पड़ा और वहां से भाग निकला. घटना कोटा के चंदलोई नदी की है और इस दुर्लभ नजारे को वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर आदिल सैफ ने अपने कैमरे में कैद किया है.
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दरअसल, 10 फीट लंबा मादा मगरमच्छ नदी किनारे शिकार की तलाश में था. इस दौरान एक ऊंट उसकी रेंज में आ गया. जैसे ही मगरमच्छ को अपना शिकार पास दिखा वह दबे पांव नदी से निकला. फिर शिकार के नजदीक पहुंचकर मौका देखते ही उस पर लपक पड़ा. लेकिन गनीमत रही कि मगरमच्छ का दांत पैर पर लगते ही ऊंट वहां से भाग निकला.
वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर आदिल सैफ ने बताया कि वह बुधवार दोपहर को हनुमतखेड़ा स्थित चंद्रलोई नदी पर गए थे. नदी के किनारे बैठकर तस्वीरें खींच रहे थे तभी नदी के दूसरे छोर पर भारी भरकम मादा मगरमच्छ पानी से बाहर निकली. उसी दौरान नदी किनारे दो ऊंट पेड़ की डाली से पत्ते खा रहे थे. उन्हें मगरमच्छ के आसपास होने का अंदाजा नहीं था लेकिन मगरमच्छ ने मौका देख उस पर हमला बोल दिया.
अचानक हुए हमले से ऊंट घबरा गया और वह जोर से उछल पड़ा. मगरमच्छ के दांत ऊंट के पैर पर लग गए थे लेकिन उसने दौड़ लगाकर अपनी जान बचा ली. इस तरह शिकार मगरमच्छ के हाथ नहीं आ सका.
गौरतलब है कि चंद्रलोई नदी मानस गांव से होते हुए चंबल में मिलती है. चंद्रलोई नदी में करीब 500 से 700 मगरमच्छ हैं. नदी किनारे खेत व जंगली पेड़-पौधे लगे हैं. अक्सर इस इलाके में मगरमच्छ के हमले की खबरें सामने आती रहती हैं.
बच्चों को बचाने के लिए किया ऊंट पर हमला
नदी किनारे मादा मगरमच्छ ने अंडे दे रखे है. वह गर्मियों के मौसम में एक बार में 46 अंडे देती है. अंडे से निकलने वाले बच्चों का लिंग टेंपरेचर पर निर्भर करता है. मगरमच्छ 1 साल तक बच्चे की रक्षा करते हैं. ऊंट नदी किनारे पेड़ की डाली खा रहा था. सम्भवतयाः मगरमच्छ को लगा कि ऊंट उसके बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है. इसलिए वह अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए बाहर आया और ऊंट पर हमला बोल दिया.
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