Ajmer:मानसून की पहली बारिश रविवार को अजमेरवासियों के लिए आफत बनकर आई. करीब 4 घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश के बाद अजमेर की तमाम सड़कें दरिया में तब्दील हो गई. जगह-जगह ट्रैफिक जाम और जलभराव की समस्या से आमजन को दो-चार होना पड़ा.
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शहर की निचली बस्तियों में लोगों के घरों में पानी भर गया. जिससे उनका जीना दूभर हो रहा है. वहीं शहर की सड़कों पर 2 से 3 फीट तक पानी भर गया है. शाम करीब 7:00 बजे शुरू हुई मूसलाधार बारिश रात 11:30 बजे तक जारी रही. इस दौरान अजमेर में विद्युत व्यवस्था संभाल रही टाटा पावर और भाजपा बोर्ड वाले नगर निगम की पोल जमकर खुली.
4 घंटे हुई मूसलाधार बारिश
शहर के आधे इलाकों में रात करीब 9:00 बजे से ही बिजली गुल है तो वहीं नालों की सफाई नहीं होने से शहर में जलभराव की समस्या सामने आई है. इससे पहले बिपरजॉय तूफान के चलते अजमेर की प्रमुख आना सागर झील ओवरफ्लो हो गई थी, जिसके बाद करीब 7 दिनों तक आना सागर झील से पानी की निकासी कर उसका जलस्तर कम किया गया लेकिन रविवार एक बार फिर मानसून की पहली बारिश ने अजमेर प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
जलमग्न हो गया शहर
नगर निगम प्रशासन ने प्रमुख नालों की सफाई और जलभराव की समस्या से निपटने के लिए कोई पुख्ता प्लान तैयार नहीं किया था. इसी का नतीजा है कि कुछ घंटों की मूसलाधार बारिश से एक बार फिर शहर जलमग्न हो गया है.
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