Rajasthan: कौन हैं युवा नेता रविंद्र भाटी, गहलोत के खिलाफ चुनाव लड़ने की क्यों है चर्चा?

Dinesh Bohra

30 Oct 2023 (अपडेटेड: Oct 30 2023 4:14 AM)

Ravindra Singh Bhati can contest elections against Gehlot: मारवाड़ क्षेत्र से छात्र राजनीति (rajasthan assembly election 2023) में अपनी गहरी पैठ बनाने वाले युवा नेता रविंद्र सिंह भाटी (ravindra singh bhati) ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. लंबे समय से चर्चा थी कि भाटी किस पार्टी के बैनर तले चुनावी समर में आएंगे? युवाओं […]

Rajasthan: कौन हैं युवा नेता रविंद्र भाटी, गहलोत के खिलाफ चुनाव लड़ने की क्यों है चर्चा?

Rajasthan: कौन हैं युवा नेता रविंद्र भाटी, गहलोत के खिलाफ चुनाव लड़ने की क्यों है चर्चा?

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Ravindra Singh Bhati can contest elections against Gehlot: मारवाड़ क्षेत्र से छात्र राजनीति (rajasthan assembly election 2023) में अपनी गहरी पैठ बनाने वाले युवा नेता रविंद्र सिंह भाटी (ravindra singh bhati) ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. लंबे समय से चर्चा थी कि भाटी किस पार्टी के बैनर तले चुनावी समर में आएंगे? युवाओं में और खासतौर पर मारवाड़ क्षेत्र में नए युवा चेहरे के रूप में उभरे भाटी के चुनाव लड़ने को लेकर चर्चाएं तेज हैं. चूंकि ये शिव विधानसभा क्षेत्र से आते हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि इनको बीजेपी यहीं से टिकट दे सकती हैं. हालांकि बीजेपी ने सीएम गहलोता के अपोजिट सरदारपुरा से भी प्रत्याशी नहीं उतारा है. ऐसे में ये चर्चा भी काफी जोरों पर है कि पार्टी गहलोत (ahok gehlot) के अपोजिट भाटी को उतार सकती है.

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कौन हैं रविंद्र सिंह भाटी

रविंद्र सिंह भाटी बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा क्षेत्र में स्थित दुधोड़ा गांव के रहने वाले हैं. पिछले एक साल से भाटी इसी सीट से अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने में जुट थे. गत वर्ष रन फॉर रेगिस्तान नाम का मैराथन निकालकर भाटी ने हजारों की संख्या में युवाओं को इकठ्ठा कर शक्ति प्रदर्शन किया था. भाटी मारवाड़ की सबसे बड़े जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रह चुके हैं.

छात्र राजनीति में ही किए कई आंदोलन

रविंद्र सिंह जय नारायण विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष रहने के दौरान छात्र हितों से लगाकर यूनिवर्सिटी की जमीन को लेकर कई आंदोलन किए. यहां तक कि हजारों युवाओं की भीड़ के साथ गहलोत सरकार के खिलाफ विधानसभा का घेराव भी किया था. इस आंदोलन में भाटी यूनिवर्सिटी की जमीन बचाने में कामयाब भी रहे थे. इसी वजह से भाटी का युवाओं में काफी क्रेज है.

बीजेपी ज्वॉइन करने के बाद रविंद्रसिंह भाटी को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं कि ये बीजेपी की टिकट से शिव से चुनाव लड़ेंगे या मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने जोधपुर की सरदारपुरा विधानसभा सीट से. इस पर अभी कुछ कहना ठीक नहीं होगा, क्योंकि शिव विधानसभा में बीजेपी के प्रत्याशियों की एक लंबी फेहरिस्त है.

इस सीट से लड़ने की जाहिर कर चुके हैं मंशा

हालांकि, भाटी कई बार शिव विधानसभा से चुनाव लड़ने को लेकर अपनी मंशा जाहिर कर चुके हैं. यहां तक कि पिछले 2 महीने से लगातार शिव विधानसभा के अलग-अलग गांवों में जन संवाद यात्रा निकाल चुके हैं. शिव से टिकट पाना भाटी के लिए इसलिए भी मुश्किल है क्योंकि यहां पूर्व विधायक जालमसिंह रावलोत, बीजेपी के पूर्व प्रत्याशी खंगारसिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष स्वरूपसिंह खारा, राजेंद्रसिंह भियांड, वीरमसिंह समेत कई चेहरे हैं जो शिव विधानसभा से बीजेपी के दावेदार हैं.

सीएम गहलोत के सामने चुनाव लड़ने का ऑफर

अंदरखाने चर्चा ये भी है कि बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व रविंद्र सिंह भाटी को मुख्यमंत्री के सामने जोधपुर की सरदारपुरा सीट से चुनाव लड़ाने का ऑफर दे चुका है. हालांकि, इसमें कितनी सच्चाई है, इसकी अभी पुष्टि नहीं हो पाई है. सरकार में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने चुनाव लड़ने से साफ इनकार कर चुके हैं. ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी रविंद्र सिंह भाटी को मुख्यमंत्री के अपोजिट चुनाव लड़ा सकती है.

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