Rajasthan Election 2023: आपने लखपति और करोड़पति उम्मीदवारों को तो खूब चुनाव लड़ते देखा होगा. लेकिन राजस्थान के विधानसभा चुनाव (rajasthan assembly election 2023) में नरेगा मजदूर तीतर सिंह (titar singh) भी चुनावी मैदान में हैं. संपत्ति के नाम पर उनके पास कुछ भी नहीं है. खास बात ये है कि 78 साल की उम्र में अपना 32 वां चुनाव लड़ रहे तीतर सिंह की 31 बार जमानत जब्त हो चुकी है. इसके बावजूद वह जनता का प्यार पाने के लिए एक बार फिर श्रीगंगानगर की श्रीकरणपुर सीट से निर्दलीय के तौर पर चुनावी मैदान में उतर गए हैं.
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साल 1985 में श्रीकरणपुर विधानसभा क्षेत्र से तीतर सिंह ने पहली बार निर्दलीय चुनाव लड़ा. उस चुनाव में उन्हें महज 2 हजार के करीब वोट मिले. लेकिन उसके बाद तीतर सिंह ने कोई चुनाव नहीं छोड़ा. सरपंच, वार्डपंच, पंचायत समिति सदस्य, विधायक से लेकर सांसद तक का चुनाव वह लड़ते रहे. तीतर सिंह अब 32वीं बार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
नामांकन भरने के लिए बेची बकरियां
करणपुर के गुलाबेवाला (25 एफ) गांव निवासी तितर सिंह ने जब पहली बार नामांकन दाखिल किया था तब उनके पास नामांकन भरने तक के पैसे नहीं थे. पांचवीं तक पढ़े तितर सिंह ने अपना नामांकन भरने के लिए घर का सामान और बकरियां तक बेच दी थी. अब उनकी इच्छा है कि अधिकतम बार नामांकन दाखिल करने के लिए उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो.
पीएम मोदी को पत्र लिखकर आए थे चर्चा में
मई 2023 में तितर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर ऐसी मांगें कर डालीं जो चर्चा का विषय बन गईं. पीएम मोदी को लिखे पत्र में तितर सिंह ने बताया था कि वे श्रीकरणपुर क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं और आज दिन तक कुल 31 चुनाव लड़ चुके हैं. परंतु एक भी चुनाव नहीं जीता. उन्होंने लिखा था कि चुनाव लड़ने के राजनीतिक अनुभव को ध्यान में रखते हुए मुझे 5 लाख रुपए प्रतिमाह बतौर पूर्व प्रत्याशी भत्ता दिया जाए. इसके अलावा उन्होंने राजस्थान में बीजेपी के टिकट वितरण की जिम्मेदारी भी दिए जाने की मांग की थी.
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