Rajasthan election 2023: राजस्थान चुनाव (Rajasthan election 2023) में इस बार 199 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हुई. जानकारी के मुताबिक इसमें से कुल 117 सीटों पर पिछले चुनाव की तुलना में वोटिंग प्रतिशत बढ़ा है. जबकि 82 विधानसभा सीटों पर इस बार कम वोटिंग हुई. ऐसे में इस वोटिंग पैटर्न के कई मायने निकाले जा रहे हैं. अगर पुराने ट्रेंड को आधार माना जाए तो यह सत्ता में बदलाव का संकेत माना जा सकता है. मायने चाहे जो भी हो, लेकिन इन सीटों पर मुकाबला बड़ा रोचक दिखा. ऐसे में प्रत्याशियों को अब 3 दिसंबर के परिणाम का इंतजार है.
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वहीं, बीजेपी और कांग्रेस के बागियों ने दोनों पार्टियों की परेशानी बढ़ा दी. ज्यादातर ये वो लोग हैं जो पूर्व विधायक, पूर्व-मंत्री या वर्तमान विधायक हैं और विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने के कारण बागी हुए और ताल ठोक कर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भर दिया है.
कांग्रेस के इन नेताओं ने की बगावत
कांग्रेस के सदस्य रहे खिलाड़ीलाल बैरवा, जौहरीलाल मीणा, रामलाल मेघवाल, नरेश मीणा, दुर्ग सिंह चौहान, देवाराम रोत, फतेह खान, श्रीगोपाल बाहेती, ओम बिश्रोई, हबीबुर्रहमान, करुणा चांडक, कैलाश मीणा, राजकरण चौधरी, अजीजुद्दीन आजाद, मनोज चौहान, आलोक बेनीवाल, सुनिल परिहार, राकेश बोयत, रामनिवास गोयल, वीरेन्द्र बेनीवाल, महेन्द्र बारजोड़ और गोपाल गुर्जर ने इस बार बगावत कर चुनाव लड़ा.
बीजेपी के बागियों की भी लंबी फेहरिस्त
चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने चुनाव में ताल ठोकी है. वे बीजेपी प्रत्याशी नरपत सिंह राजवी को बड़ा नुकसान पहुंचाएंगे. डीडवाना से पूर्व मंत्री यूनुस खान ने निर्दलीय ताल ठोक दी है. इनके साथ बंशीधर बाजिया, आशु सिंह सुरपुरा, प्रियंका चौधरी, रविन्द्र सिंह भाटी, राजेन्द्र भादू, भवानी सिंह राजावत, मुकेश गोयल, राजेन्द्र भाम्बू, राजेन्द्र नायक, ताराचंद धायल, कैलाश मेघवाल, आशा मीणा, गुलाब सिंवर, जीवाराम चौधरी, विजय कुमार मीणा, जसवीर सिंह खरवा, इन्द्र सिंह, जितेन्द्र मीणा, अशोक कोठारी, ज्ञानचंद सारस्वत, हिम्मत सिंह राजपुरोहित, प्रभुदयाल सारस्वत, पवनी मेघवाल, रामचन्द्र सुनेरीवाल, रितु बनावत, रुपेश शर्मा, मधुसूदन भिंडा, योगी लक्ष्मण नाथ भी बीजेपी प्रत्याशियों की जीत संकट में डालेंगे.
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