राजस्थान के पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के इस्तीफे की पेशकश बाद मदन राठौड़ को प्रदेश की कमान भी सौंप दी गई है. इसी के साथ राजस्थान में नए प्रभारी के तौर पर राधा मोहन दास अग्रवाल की भी नियुक्ति हुई है. सरकार बनने के 8 महीने के भीतर संगठन में 2 बड़े बदलाव के बीच सरकार को लेकर भी सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है. कयास है कि जल्द ही भजनलाल सरकार की कैबिनेट में फेरबदल हो सकता है. लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद सरकार में बड़े बदलाव की भी आहट सुनी जा रही है. वहीं, कुछ विधायक नए मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं.
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कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी जीती है, वहां के विधायकों की परफॉर्मेंस को देखते हुए उनकी एंट्री की जाएगी. जबकि खराब प्रदर्शन वाले मंत्रियों की छुट्टी तय मानी जा रही है.
दूसरी ओर, जिस तरह से ओबीसी वर्ग से आने वाले मदन राठौड़ को कमान सौंपी गई है. उससे साफ है कि पार्टी से दूर होते दिख रहे इस वोट बैंक को फिर से साधने की कोशिश की गई है. क्योंकि ओबीसी बीजेपी का मूल वोट बैंक कहा जाता है. ऐसे में लोकसभा चुनाव की तरह उपचुनाव के नतीजे प्रभावित ना हो, इसे देखते हुए पार्टी ने यह दांव खेला है. ताकि 5 विधानसभा में होने वाले उपचुनाव में बीजेपी को मजबूती मिल सकते.
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