Rajasthan By-Election: लोकसभा चुनाव खत्म हुए नहीं कि राजस्थान में एक बार फिर चुनाव का माहौल बन गया है. ये साल खत्म होने में 4 महीने बचे हैं और राजस्थान कि खाली हुई 5 विधानसभा सीटों पर जल्दी ही चुनाव का ऐलान हो सकता है. आशंका है कि इस बार जिन सीटों पर सबसे ज्यादा गदर मचेगा वो हैं दौसा और देवली-उनियारा. जी हां दौसा में मुरारी और टोंक में हरीश मीणा, सांसद बनने के बाद भी विधानसभा में पूरा माहौल बनाने की तैयारी में हैं. और सबसे पहले मुरारी लाल मीणा की बेटी निहारिका ने जंग का आगाज कर दिया है.
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ना पार्टी को पता ना कार्यकर्ताओं को और निहारिका ने दौसा से कांग्रेस उम्मीदवार का सीधा ऐलान कर दिया. उन्होंने कहा कि मुरारी के ड्राइवर मुकेश मीणा कांग्रेस उम्मीदवार होंगे. हालांकि दो घंटे बाद निहारिका ने उसी पोस्ट पर कमेंट करके लिखा आप सबकी राय के बाद मुकेश जी ने दौसा से चुनाव लड़के का विचार फिलहाल निरस्त कर दिया है. अब मुकेश जी 2028 में पुनर्विचार करेंगे.
आपको बताएं कि दौसा में फिलहाल मुरारी लाल मीणा और उनके परिवार के अलावा कांग्रेस का और कोई दिग्गज नहीं है. इसीलिए कांग्रेस के लिए भी मुरारी के किसी नजदीकी को ही टिकट देना ही मजबूरी है. ऐसे में नरेश मीणा किसी कोने में बैठकर सोच तो बहुत कुछ रहे होंगे लेकिन अब जब मुरारी सांसद बन चुके हैं तब तो नरेश मीणा का कोई भी ख्वाब पूरा हो पाना नामुमकिन है.
इधर, पायलट के गढ़ में भी माहौल गर्म हो रहा है. हरीश मीणा के संसद जाने के बाद ये सीट खाली है और बीजेपी इस तैयारी में हैं कि यहां से किसी गुर्जर कैंडिडेट को ही उतारा जाए, दौसा से किसी मीणा उम्मीदवार को. ताकि कांग्रेस के गुर्जर-मीणा वोटबैंक में सेंध लगाई जा सके. लेकिन अगर ऐसा होता है तो एससी वर्ग बीजेपी से नाराज हो सकता है. इसीलिए दौसा और देवली-उनियारा पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों में ही भारी माथापच्ची चल रही है. ऐसे में उपचुनाव में देखना दिलचस्प होगा कि इस बार बीजेपी और कांग्रेस किसे मौका देती है और पब्लिक किसका साथ.
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