राजस्थान विधानसभा में जबरदस्त बयानबाजी जारी है. जिसमें पहली बार विधायक बने कई चेहरे भी सरकार को घेरने से नहीं चूक रहे हैं. इसी में एक नाम शिव से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी का भी है. बजट पेश होने के बाद भाटी ने शिव विधानसभा की उम्मीदें पूरी नहीं करने का आरोप सरकार पर लगाया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘राजस्थान बजट में एक भी जगह शिव विधानसभा का नाम नहीं ड़ाला गया. कोई खीज है तो मेरे से निकालो, मेरी विधानसभा के लोगों से मत निकालो.’ मैंने मेरे विधानसभा क्षेत्र की तमाम मांगे रखी और सुझाव मांगे गए, मैंने भर-भरकर सुझाव दिए. लेकिन एक भी जगह शिव विधानसभा का नाम नहीं ड़ाला गया.
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अब एक बार फिर वह खाद्य आपूर्ति के मुद्दे पर सरकार को घेरते नजर आ रहे हैं. उन्होंने राशन डीलर्स की समस्याएं, खाद्य आपूर्ति और खाद्यान्न गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाए. खाद्य नागरिक आपूर्ति और सहकारिता के वार्षिक प्रतिवेदन पर चर्चा करते हुए सदन में उन्होंने यह बात कही.
भाटी ने कहा "वह जब भी खाद्य आपूर्ति के बारे में पढ़ते है तो उनके हाथों के रोंगटे खड़े हो जाते है. क्योंकि आर्थिक रूप से कमजोर और बीपीएल परिवार के लोगों के बारे में बात होती है. ये वो लोग है, जिनके पास खाने के लिए पर्याप्त खाना नहीं है. इसके लिए राशन की नई दुकानों की बहुत ज्यादा आवश्यकता है." शिव विधायक ने कहा कि जब उन्होंने इस विभाग के बारे में पढ़ा तो उन्हें पता लगा कि यह बिल्कुल जमीन से जुड़ा हुआ विभाग है. बाड़मेर-जैसलमेर के वार्षिक प्रतिवेदन के बारे में पढ़ा तो उन्हें पता लगा कि तमाम ऐसी चीजें जो किसान के रोजमर्रा की चीजें है, जैसे सुपर मार्केट आदि में पाई जा रही है.
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