RPSC Paper Leak: वरिष्ठ अध्यापक प्रतियोगी परीक्षा-2022 पेपर लीक मामले में एसओजी की कार्रवाई के बाद अब बीजेपी ने भी गहलोत सरकार को घेर लिया है. राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) सदस्य की गिरफ्तारी के बाद पूर्व शिक्षा मंत्री और बीजेपी विधायक वासुदेव देवनानी ने भी मोर्चा खोल दिया है.
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अजमेर उत्तर से विधायक देवनानी बाबूलाल कटारा के आवास पर अपने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे और नारेबाजी की. देवनानी ने कहा कि आयोग सदस्य की गिरफ्तारी होने के बाद अब मामला खुल रहा है कि पेपर लीक के तार ऊपर तक जुड़े हैं. आरपीएससी के मेंबर बाबूलाल कटारा अक्टूबर 2020 में नियुक्त किए गए थे और आज वह पेपर लीक मामले में पकड़े गए है.
पूर्व शिक्षा मंत्री ने कहा कि राजस्थान सरकार के लिए इससे ज्यादा शर्मनाक बात नहीं हो सकती. कांग्रेस सरकार में 17 पेपर लीक हो चुके हैं. यही नहीं उन्होंने आरपीएससी को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है. उन्होंने कहा कि आरपीएससी के निर्णय बोर्ड ही लेती है, ऐसे में आयोग चेयरमैन और बाकी के सदस्य भी इसमें शामिल हो सकते हैं. देवनानी ने मांग कि है कि आयोग अध्यक्ष को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. साथ ही 2020 के बाद से अब तक आयोजित परीक्षाओं की भी निष्पक्ष जांच उच्च स्तर पर या हाईकोर्ट के न्यायाधीश के स्तर पर की जानी चाहिए.
गौरतलब है कि एसओजी की टीम लगातार कार्यवाही कर रही है. एसओजी ने पूर्व में गिरफ्तार किए गए शेर सिंह के खुलासों के बाद मंगलवार एसओजी की टीम ने राजस्थान लोकसेवा आयोग के सदस्य बाबूलाल कटारा, उनके भांजे विजय कटारा और आरपीएससी के ड्राइवर गोपाल सिंह को अजमेर से हिरासत में लिया है.
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