राजस्थान में नई सरकार बनने के बाद सीएम भजनलाल शर्मा एक के बाद एक ताबड़तोड़ फैसले से एक्शन में नजर आ रहे हैं. पहली बार विधायक बनने के बाद ही सीएम बने भजनलाल अब खुद को साबित करने में भी जुटे हुए हैं. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हाल के विधानसभा चुनाव में मिली हार से उबर भी नहीं पाए कि अब उन्हें एक और झटका लगता दिख रहा है. यह झटका सीधे तौर पर उन्हें नहीं, बल्कि उनके बेटे वैभव गहलोत के लिए है.
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दरअसल, वैभव गहलोत वर्तमान में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन यानी आरसीए के अध्यक्ष हैं. जिनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही है. क्योंकि प्रदेश के खेल विभाग ने सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन को जो दफ़्तर और स्टेडियम दे रखा था, उसे वापस ले लिया है. हालांकि कमरा सील होने से पहले ही वैभव गहलोत अपना पूरा कमरा ले जा चुके थे.
जानकारी के मुताबिक क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष को हटाने की भी तैयारी की जा रही है. इसके लिए एक-दो दिनों में एडहॉक कमेटी बनाकर या अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है.
क्रिकेट एसोसिएशन को भंग करने की तैयारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब खेल विभाग क्रीड़ा परिषद की कार्यकारिणी को भंग करने की तैयारी कर रहा है. क्रिकेट एसोसिएशन और राज्य सरकार के बीच का एमओयू भी खत्म होने की बात कही जा रही है. बता दें कि RCA और सरकार के बीच 22 फरवरी 2019 हुआ था.
राजेंद्र राठौड़ या मंत्री खींवसर के बेटे होंगे RCA अध्यक्ष?
इधर, आरसीए अध्यक्ष को लेकर पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़ के बेटे पराक्रम और कैबिनेट मंत्री गजेंद्र खींवसर के बेटे धनंजय सिंह खींवसर का नाम सियासी चर्चाओं में चल रहा है. कयास लगाए जा रहे हैं कि राज्य सरकार शीघ्र ही राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में ऐडहॉक कमेटी बिठाकर फिर से चुनाव करा सकती है. ऐसे में चूरू से पराक्रम सिंह राठौड़ और नागौर से धनंजय सिंह खींवसर के नाम को लेकर चर्चाएं तेज है.
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