Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान की सियासत साल की शुरुआत होते ही अलग मोड़ पर आ चुकी है. लंबे समय की खामोशी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी सक्रिय हो चुकी है. वहीं, कांग्रेस के भीतर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट की दावत भी परवान पर है.
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इन सबके बीच चुनावी साल को लेकर सीएम गहलोत कमर कस चुके हैं. इन दिनों उनके तेवर से लेकर उनके जैकेट के बदले हुए नजर आ रहे है. वर्षों से ब्लैक जैकेट में नजर आ रहे गहलोत अब क्रीम कलर की जैकेट पहने दिखते हैं.
दिलचस्प है कि पायलट भी अक्सर इसी रंग का जैकेट पहनना पसंद करते हैं. यही नहीं, गहलोत के भाषण से लेकर उनके अंदाज में इन दिनों बदलाव दिख रहा है. जब 3 मई को उन्होंने उदयपुर के आदिवासी क्षेत्र कोटड़ा में अपना 72वां जन्मदिन मनाया तो वहां भी संदेश देने की कोशिश की. मेवाड़ के आदिवासी अंचल में उनके बर्थडे मनाने के अंदाज ने हर किसी को चौंकाया. इस दौरान आदिवासी परिवार के घर पर मुख्यमंत्री ने लपसी और पकोड़े खाए.
पायलट का ख्बाव तोड़ा अब उन्हीं के फॉर्मूला पर गहलोत
चर्चा है कि उनकी छवि को चुनावी साल में पेश करने के लिए एक निजी कंपनी को इसका जिम्मा दिया गया. जिसने साल के अंत में होने जा रहे विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. सूत्रों के मुताबिक यह इलेक्शन मैनेजमेंट कंपनी इसके पहले सचिन पायलट के साथ भी कर चुकी है. साल 2018 में कुर्सी की लड़ाई में पायलट पर जीत हासिल करने वाले गहलोत अब उसी रणनीति पर गहलोत भी विश्वास जता रहे हैं.
जिसके भरोसे पहले कभी पायलट काम करते थे.
भारत जोड़ो यात्रा के लिए भी काम कर चुकी है कंपनी
इसी कंपनी ने बीतें साल राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का भी जिम्मा उठाया था. पूर्वी राजस्थान में गुजरी इस यात्रा में पायलट फिर से केंद्र में आ गए थे. कंपनी की वेबसाइट पर भी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का भी जिक्र है. साल 2019 का हरियाणा विधानसभा, पंजाब लोकसभा-2019 के अलावा राजस्थान, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश और पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान भी कांग्रेस ने चुनावी रणनीति के लिए इसी कंपनी पर भरोसा जताया था.
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