Shart kumar Show: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का वक्त चल रहा है.मगर सचिन पायलट का दौर चल रहा है.दौर कल भी चल रहा था,दौर आज भी चल रहा है और यह इसलिए दौड़ रहे हैं कि दौर कल भी चले. सचिन पायलट गुरुवार को आदिवासी इलाके में थे.किसान सभा के जरिए वह गहलोत सरकार पर भी निशाना साध रहे हैं.
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यहां जमा भीड़ पाली जिले के बाली विधानसभा के सादड़ी की है. ग्रामीण इलाके में भी इतनी बड़ी संख्या में भीड़ जुट रही है. तो फिर वही बात है..ये भीड़ जुट क्यों रही है और सचिन पायलट रोजाना अपने तरकश में नए तीर जो रखे हैं वो निकाल कर कहां चला रहे हैं? पुराने तीर तो चल मोदी सरकार के खिलाफ चल रहे हैं, मगर नए वाले सीधे-सीधे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सीने पर चल रहे हैं.
ये छुपे छुपाए की जो दोस्ती चल रही है, इसकी बातें चलती हैं.वसुंधरा राजे और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच की दोस्ती पर कहते हैं, भरोसे का संकट पैदा होगा. अगर चुनाव में जाओगे तो क्या कहने जाओगे. सालों तक हमने सड़क पर संघर्ष किया और अपने घर के लॉन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. वसुंधरा राजे सरकार में घोटालों के बारे में और उससे पहले वह रामबाग पैलेस का नाम लेकर कहते थे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की फाइलें वहां साइन होती है.
आज माथुर आयोग का भी नाम लिया. सचिन पायलट ने कहा कि वादा किया था. उस वादे का क्या हुआ? बीजेपी सरकार में जो घोटाले हुए हैं, उन घोटालों को लेकर ये हमने जनता से वादा किए थे कि जांच कराएंगे. दोषियों को छोड़ेंगे नहीं अधिकारियों को बक्से नहीं वो सब गए कहां? क्योंकि जब परोक्ष रूप से सचिन पायलट पर बीजेपी से मिलने का आरोप गहलोत गुट लगाता है तो सीधे-सीधे अब सचिन पायलट ने जवाब दिया. यहां देखिए ये पूरा पॉलिटिकल शो
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