Rajasthan News: विधानसभा में वीरांगना को घसीटे जाने और किरोड़ीलाल मीणा के मुद्दे को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में जमकर बहस हुई. संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने पुलवामा हमले में शहीद रोहिताश लांबा की वीरांगना के देवर के नाते जाने का दावा किया. साथ ही राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा को आतंकी तक बता दिया. जिसके बाद बीजेपी के नेताओं ने इसका खूब विरोध किया.
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धारीवाल ने कहा कि शहीद की पत्नी का देवर तो पहले से शादीशुदा था. शहीद की पत्नी के दो बच्चे हैं. फिर वो उसके नाते चली गई. अब नाते जाकर कहती है कि मेरे देवर को नौकरी दो. धारीवाल ने कहा कि क्या तमाशा है? आप ये बताइए क्या है और किस तरह से नौकरी मिलेगी? नियम के तहत जिसे नौकरी मिलनी होगी, उसे मिलेगी. शहीद के दोनों बच्चे अभी मौजूद है. मंत्री ने कहा कि क्या कभी, देवर को नौकरी दी है क्या?
उन्होंने कहा कि राजनीति में रुचि लेने वाला हर व्यक्ति जानता है कि किरोड़ीलाल जिस प्रकार का कृत्य करते है. वह किसी आतंकी से कम नहीं होता. किरोड़ीलाल जैसा सांसद नियम जानते हुए भी नियम के खिलाफ जाकर आंदोलन करे और शांति भंग करने की कोशिश करें। कैसे बर्दाश्त करेंगे. धारीवाल ने कहा कि सरकार यह कभी बर्दाश्त नहीं कर सकती है.
राजेंद्र राठौड़ ने भी दिया ये जवाब
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि वीरांगना का चरित्र हनन बर्दाश्त नहीं है. ये सर्वोच्च सदन है. एक वीरांगना के लिए कह देना कि नाते चली गई. आपमें थोड़ी बहुत शर्म हैं या नहीं. अगर ये नाते की बात करते हैं तो या तो ये इस्तीफा दे या मेरा त्याग पत्र लिखवाएं. विधायक मदन दिलावर ने कहा कि वीरांगना के साथ मारपीट की गई. वीर देश के सम्मान के लिए शहादत देते हैं. उनकी वीरांगना के साथ मारपीट होगी तो सेना मैं कौन जाएगा?
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