Sachin Pilot : बाड़मेर में आज पायलट की यह सभा हो रही है. इससे पहले सचिन पायलट बाड़मेर में वीरेंद्र धाम का उद्घाटन किया. अब वह कुछ देर बाद विशाल सभा को संबोधित करेंगे. मंच पर मंत्री हेमाराम ने पायलट का साफा पहनाकर स्वागत किया. पायलट के साथ मंच पर कई मंत्री और विधायक भी मौजूद हैं. राजस्थान के कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी और उनकी बेटी सुनीता ने अपने भाई की याद में 25 करोड़ की लागत से यह हॉस्टल बनवाया है. पढ़ाई की सभी सुविधाओं से युक्त ये हॉस्टल बच्चों के लिए निशुल्क उपलब्ध होगा. गांव और दूरदराज की ढाणियों से आने वाले गरीब बच्चे यहां रहकर पढ़ाई कर सकेंगे. इसी हॉस्टल के उद्घाटन के लिए पायलट यहां पहुंचे हैं.
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कुछ देर पहले पायलट विशेष विमान से उत्तरलाई एयरपोर्ट पहुंचे, जहां पर वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी ने उनकी अगुवाई की और उसके बाद सचिन पायलट हेमाराम चौधरी के पायलट बने और खुद गाड़ी ड्राइव कर उत्तरलाई एयरबेस बाड़मेर शहर स्थित वीरेंद्र धाम पहुंचे. जहां पर रास्ते में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा सचिन पायलट का भव्य स्वागत किया.
इस दौरान उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने श्री हरलाल जाट छात्रावास पहुंचे. जहां पर उन्होंने स्वर्गीय हरलाल जाट की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उसके बाद वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी के बेटे वीरेंद्र चौधरी की स्मृति में नवनिर्मित वीरेंद्र धाम छात्रावास लोकार्पण कार्यक्रम में पहुंचे.
कौन-कौन पहुंचे
सचिन पायलट के साथ मुरारीलाल मीणा, बृजेंद्र ओला, जीआर खटाना, हरीश चौधरी, दीपेंद्र सिंह, इंद्रराज सिंह, हरीश मीणा, वीरेंद्र चौधरी, मुकेश भाकर, रामनिवास गावड़िया, वेदप्रकाश सोलंकी, महेश शर्मा, समरजीत सिंह पूर्व विधायक, मंलिगा गिर्राज सिंह, राजेंद्र सिंह गुढ़ा, खिलाड़ीलाल बैरवा, सुरेश मोदी, सुभाष मील, मनीष यादव, राणा भवाणी सिंह, कर्नल सोनाराम, राकेश पारीक. महेंद्र चौधरी, पदमाराम, सीड़ी देवल, रूपाराम धनदे, निर्मल चौधरी.
पढ़िए पायलट के भाषण के अंश
पायलट ने मंच पर मौजूद सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए भाषण शुरू किया. इस दौरान पायलट ने अपने बचपन के दुख की बात बताते हुए मंत्री हेमाराम चौधरी के संघर्ष की कहानी बताई.
पायलट ने कहा 2013 में हमारी बड़ी हार हुई थी. उसके बाद मैं अध्यक्ष बना और मैंने हेमाराम को निर्देशित किया. लेकिन वह चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं थे. नोटबंदी के दिन हेमाराम जी ने वो सीमा लांघी और उस दिन के बाद से जनता से मिलना शुरू किया. 2018 के चुनाव में ना लड़ने की बात कही, लेकिन मैंने इन्हें निर्देशित किया और उसके बाद बाड़मेर में कांग्रेस को बड़ी जीत मिली.
पेपर लीक पर इशारों में गहलोत सरकार पर साधा निशाना
पायलट ने किसान के संघर्ष की बात को लेकर कहा कि जिस दिन गरीब किसान का बच्चा पढ़ लिखकर आगे बढ़कर अपना हक मांगते हैं.. संघर्ष करते हैं, लेकिन उन्हें मिलता नहीं.उसके लिए उस पद पर बैठना जरूरी है. पायलट ने पेपर लीक का ज्रिक किया. साथ ही दिल्ली में पहलवानों के धरने को लेकर भी सत्ता में बैठे लोगों पर निशाना साधा.
नौजवानों को प्रतिस्पर्धा और मौके मिलने की बात कहते हुए पायलट ने कहा कि जब नौजवानों को मौका मिलेगा तो तस्वीर बदलेगी. पायलट ने कहा आने वाला समय आप सब का है. हमे आने वाले समय में तमाम संभावनाओं को पूरा करना है.
पायलट बोले- मैं करप्शन की लड़ाई लड़ता रहूंगा
सचिन पायलट ने कहा कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहूंगा. भले ही कुछ लोगों को अच्छा लगे या बुरा लगे. भ्रष्टाचार समाज को दीमक की तरह खाए जा रहा है और हम सब को इसके खिलाफ लड़ना चाहिए पायलट ने कहा कि राजस्थान में जब पेपर लीक होता है तो तकलीफ होती है क्योंकि युवाओं का सपना बर्बाद होता है. हमें इसे रोकना होगा. पायलट ने जंतर-मंतर पर बैठे पहलवानों के लिए बोलते हुए कहा कि आज देश के लिए मेडल लाने वाले सड़क पर संघर्ष कर रहे हैं. यह समय हम सब के लिए उनके साथ खड़े होने का है. केंद्र की सरकार इंसाफ नहीं दे रही है. बाड़मेर आज पायलट की रैली में भीड़ के सारे रिकॉर्ड टूट गए. भीषण गर्मी में बड़ी संख्या में लोग आए.
मैं हेमाराम से सलाह लेता रहता हूं- पायलट
राजनीति की सलाह देने वालों के बारे में पायलट ने कहा मैं सबकी सुनता हूं, उसके बाद मैं शाम को हेमाराम जी से बात करता रहता हूं, पूछता हूं- क्या करना है. मैं हेमाराम जी से सलाह लेता रहता हूं. मैं चाहता हूं आपका मार्गदर्शन हमेशा मिलता रहे और हम आपके पीछे खड़े रहे.
हेमाराम चौधरी बोले- मैं हमेशा परसराम मदेरणा के साथ
पुराने दिनों को याद करते हुए हेमाराम ने बताया कि मैं हमेशा परसराम मदेरणा के साथ रहा. लेकिन उन्हें सत्ता नहीं मिली. मैं आज भी परसराम मदेरणा परिवार के साथ हूं. शिवचरण माथुर की चर्चा करते हुए बताया कि जब उनकी कुर्सी जाने की चर्चाएं हुई तो उन्होंने मुझे बुलाया और बात की और कहा आपकी क्या नाराजगी है. उन्होंने कहा कि आप मेरे साथ रहे. हेमाराम ने अपना पुराना अनुभव शेयर करते हुए कहा मैं बायतु से चुनाव लड़ने की कहानी सुनाई.
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