Rajasthan News: राइट टू हेल्थ बिल को लेकर आप के प्रदेश प्रभारी विनय मिश्रा ने गहलोत सरकार को जमकर घेरा. उन्होंने कहा कि जल्दबाजी और मीडिया में सस्ती लोकप्रियता पाने के चक्कर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान की जनता को मरने के लिए छोड़ दिया है. राइट टू हेल्थ’ जरूरी है, लेकिन राजस्थान में पारित विधेयक को लागू करना मुश्किल होगा.
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मिश्रा ने कहा कि निजी अस्पतालों और डॉक्टरों को विलेन दिखा कर और उन्हें दबाव में लेकर सफलता नहीं मिलेगी. सरकार को पहले अपना स्वास्थ्य सुविधा मजबूत करना होगा. फिर इस योजना से जनता को फायदा होगा. आज दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार की “फरिश्ते योजना” सफल है और कोई विवाद नहीं. क्योंकि इसे लाने में सभी बातों को ध्यान में रखा गया.
पार्टी के प्रदेश प्रभारी ने तंज कसते हुए कहा कि सरकार को इस विवाद से सस्ती लोकप्रियता जरूर मिलेगी, लेकिन अच्छे डॉक्टर राजस्थान को छोड़ कर चले जाएंगे. जनता और डॉक्टरों के बीच रोज विवाद होगा. निजी अस्पतालों के भरोसे यह लागू नहीं होगा. राइट टू हेल्थ अलग चीज है और निजी अस्पतालों पर लगाम लगाना अलग चीज है. इसलिए पहले इसे समझा जाए, अभी इस पर विवादों के निपटारे और नियमावली बनाने में कुछ महीने गुजर जाएंगे. इसका चुनाव तक इसका लागू होना बेहद ही मुश्किल होगा.
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