‘विधानसभा में बैठने के लिए मुझे कुर्सी तक नहीं दी…’, मंत्री पद से बर्खास्त राजेंद्र गुढ़ा का छलका दर्द

Former Rajasthan Minister Rajendra Gudha: राजस्थान (rajasthan news) सरकार में मंत्री पद से बर्खास्त राजेंद्र गुढ़ा (rajendra gudha) का एक रैली के दौरान दर्द छलक आया. उन्होंने कहा- महिला हत्याओं के अंदर जब राजस्थान पूरे देश में नंबर वन पर आ गया तो हमारा सिर शर्म से झुक गया. मैंने विधानसभा में सिर्फ इतना कहा […]

'विधानसभा में बैठने के लिए मुझे कुर्सी तक नहीं दी...', मंत्री पद से बर्खास्त राजेंद्र गुढ़ा का छलका दर्द

'विधानसभा में बैठने के लिए मुझे कुर्सी तक नहीं दी...', मंत्री पद से बर्खास्त राजेंद्र गुढ़ा का छलका दर्द

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Former Rajasthan Minister Rajendra Gudha: राजस्थान (rajasthan news) सरकार में मंत्री पद से बर्खास्त राजेंद्र गुढ़ा (rajendra gudha) का एक रैली के दौरान दर्द छलक आया. उन्होंने कहा- महिला हत्याओं के अंदर जब राजस्थान पूरे देश में नंबर वन पर आ गया तो हमारा सिर शर्म से झुक गया. मैंने विधानसभा में सिर्फ इतना कहा था कि आप मणिपुर (manipur) की घटना की बात करते हैं वो ठीक है लेकिन हमारे प्रदेश की माता-बहनों की हम हिफाजत नहीं कर पाए. सिर्फ इतनी सी बात के लिए मुझे मंत्रीमंडल से बर्खास्त कर दिया.

राजेंद्र गुढ़ा ने कहा, “अशोक गहलोत मेरे बेटे के जन्मदिन पर हेलीकॉप्टर लेकर गुढ़ा आए थे. उन्होंने 50 हजार लोगों की भीड़ में कहा था कि राजेंद्र गुढ़ा नहीं होता तो आज मैं मुख्यमंत्री नहीं होता. ऐसे अहसान फरामोश लोग जिन्होंने जिन्होंने मुझे दूध में से मक्खी की तरह निकाल दिया. “

‘मुझे बैठने के लिए कुर्सी और बोलने के लिए माइक तक नहीं दिया’

विधानसभा में अपने साथ हुए बर्ताव को लेकर गुढ़ा ने कहा कि 8 दिन पहले मैं विधासभा में गया था. मैं उस टाइम में मंत्री नहीं था. मंत्री की कुर्सी पर मैं बैठ नहीं सकता था क्योंकि अब मैं मंत्री नहीं रहा था. मेरे लिए दूसरी कुर्सी नहीं लगाई. मेरे लिए वहां कुर्सी ही नहीं थी. ये कुर्सी मुझे अशोक गहलोत की मेहरबानी से नहीं मिली थी. ये मेरा अधिकार था जो आपने मुझे दिया था. मेरे पास कुर्सी नहीं थी. मेरे पास माइक नहीं था. मैंने अध्यक्ष को जाकर कहा कि ये क्या बात है. मेरी कुर्सी कहां है मुझे बोलना है. उन्होंने मेरी बात नहीं सुनी और मुझे सीट नहीं दी.

मैंने गहलोत को 2 बार CM बनाया: गुढ़ा

अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए पूर्व मंत्री गुढ़ा ने कहा कि उनको मैंने दो-दो बार मुख्यमंत्री बनाया. 2008 में तो ये फेल हो गए थे. इनके पास तो 96 एमएलए थे और इनको 100 से ऊपर एमएलए चाहिए थे. मैंने इनको 6 एमएलए दिए थे. उनको मुख्यमंत्री बनाने में मदद की थी. इसके बाद उनके कहने से राज्यसभा का 6 बार वोट दिया. दूसरी बार 2018 में मैंने फिर से 6 एमएलए दिए. दोबारा उनकी सरकार बनाने में मदद की.

इस बयान के बाद गुढ़ा को हटाया गया था

राजेंद्र गुढ़ा ने विधानसभा में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर कहा था कि ‘ये स्वीकार करना चाहिए, ये सच्चाई है कि हम महिलाओं की सुरक्षा में असफल हो गए. राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ जिस तरह से अत्याचार बढ़े हैं, मणिपुर की चिंता करने की बजाय हमें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए’. इस बयान के बाद उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया था.

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