Rajasthan: राजस्थान में गहलोत और पायलट के बीच चली आ रही खींचतान अब आलाकमान के पाले में हैं और पायलट परिणाम का लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं. वसुंधरा राजे सरकार में हुए घोटालो की जांच को लेकर सीएम गहलोत के खिलाफ धरने पर बैठे पायलट अब दिल्ली पहुंच चुके हैं. वह कई बार अपनी बात आलाकमान तक पहुंचा चुके हैं. ऐसे में एक बार फिर से चर्चाओं और मुलाकात का दौर जारी है. गुरुवार को प्रभारी रंधावा ने महासचिव वेणुगोपाल से राजस्थान के घटनाक्रम को लेकर चर्चा की. इसके बाद दोनों नेता राहुल गांधी से भी मिले.
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सूत्रों के मुताबिक अब गहलोत-पायलट के बीच चल रहे मतभेद को दूर करने के लिए कमलनाथ को मध्यस्थता करने को कहा गया है. जानकारी के अनुसार बीती रात महासचिव वेणुगोपाल और कमलनाथ के बीच मुलाकात भी हुई. कांग्रेस पार्टी का डर है कि कही राजस्थान में भी पंजाब वाला चेप्टर रिपीट ना हो. इसके लिए पार्टी सोच-समझकर कदम रख रही है.
सूत्रों के मुताबिक गुरुवार को पायलट ने कमलनाथ और केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की. इस दौरान राजस्थान के मुद्दे का हल निकालने के लिए चर्चा हुई. वहीं आज इस मुद्दे को लेकर अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से भी मुलाकात हो सकती है. इससे पहले प्रभारी सुखजिंदर रंधावा पायलट पर कार्रवाई की बात कह रहे थे.
आपको बता दें कि बीते दो दिन पहले रंधावा ने साफ शब्दों में कार्रवाई की बात कही थी. उन्होंने पायलट के तरीके को पूरी तरह से गलत बताते हुए कहा कि उनका मुद्दा सही हैं, लेकिन उठाने का तरीका गलत है. वहीं, अनुशासनहीनता के सवाल पर कहा कि कार्रवाई तो पहले भी होनी चाहिए थी, लेकिन इस बार होगी. रंधावा ने 25 सिंतबर की घटना पर कहा था कि जो ठीक है उसे ठीक कहूंगा और जो गलत है उसे गलत कहूंगा. उस टाइम होता तो मैं उस बात का भी जबाव देता. कार्रवाई तो कई बार होनी चाहिए थी, जो नहीं हुई. लेकिन अब कार्रवाई होगी.
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