कांग्रेसी विधायक को खलने लगी पायलट से दूरी? गहलोत को लेकर दिया यह बयान

Rajasthan Politics: पूर्व डिप्टी सीएम के नजदीक रहे और बाद में पायलट कैंप को छोड़ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कैंप में शामिल हुए निवाई विधायक प्रशांत बैरवा को अब पायलट की चिंता सताने लगी है. विधायक बैरवा को अब पायलट से दूरी तरह खलने लगी है. यह हम नहीं कह रहे बल्कि पिछले कुछ दिनों […]

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Rajasthan Politics: पूर्व डिप्टी सीएम के नजदीक रहे और बाद में पायलट कैंप को छोड़ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कैंप में शामिल हुए निवाई विधायक प्रशांत बैरवा को अब पायलट की चिंता सताने लगी है. विधायक बैरवा को अब पायलट से दूरी तरह खलने लगी है. यह हम नहीं कह रहे बल्कि पिछले कुछ दिनों से पायलट को लेकर दिये जा रहे उनके बयान बता रहे हैं.

कुछ दिनों पूर्व पत्रकार वार्ता में पिछले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत में पायलट की महत्वपूर्ण भूमिका बताने वाले विधायक प्रशांत बैरवा ने एक बार फिर कांग्रेस के लिये पायलट को बेहद जरूरी बताया. उन्होंने कहा कि गहलोत-पायलट मामले का जल्द से जल्द हल निकालना चाहिए.

पायलट भी कांग्रेस के लिए जरूरी

विधायक प्रशांत बैरवा ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत कांग्रेस के लिये जितने जरूरी हैं, उतने ही सचिन पायलट भी कांग्रेस के लिये जरूरी है. विधायक बैरवा ने कहा कि कांग्रेस के लिये किसी की भी भूमिका को कमतर कर नहीं आंका जाना चाहिए.

गहलोत-पायलट के बीच विवाद का हल निकले

प्रशांत बैरवा ने मुख्यमंत्री गहलोत व सचिन पायलट के बीच चल रहे विवाद को राजनीति में पावर प्ले के दौरान होने वाली टकराहट बताते हुए कहा कि अब इस मामले का जल्द से जल्द हल निकाला जाना चाहिए. कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा व सहप्रभारी अमृता धवन द्वारा फीडबैक बैठक में सचिन पायलट के मौजूद नहीं रहने पर प्रशांत बैरवा ने कहा कि वे दिल्ली दौरे के दौरान कांग्रेस आलाकमान को अपना फीडबैक देते रहे हैं.

सुभाष महरिया पर दिया बयान

इधर सीकर के पूर्व सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया द्वारा पहले भाजपा छोड़ कांग्रेस में आने व अब वापिस भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने पर भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शायद उनका मन यहां नहीं लग रहा होगा तभी उन्होंने यह कदम उठाया होगा.

पार्टी छोड़कर जाने वाला नेता नहीं: बैरवा

विधायक प्रशांत बैरवा ने कहा कि कांग्रेस बहुत बड़ा समुद्र है और यहां किसी का आना और किसी का पार्टी छोड़कर चला जाना चलता रहता है लेकिन नेता वही होता है जिसे जनता बनाती है. प्रशांत बैरवा यहीं तक नहीं रूके उन्होंने यहां तक कह दिया कि उनका डीएनए में भाजपा ही थी लेकिन वे वहां भी संतुष्ट रह पाएंगे या नहीं यह एक सवाल है. बैरवा ने कहा कि सुभाष महरिया उनके भी मित्र रहे हैं इसलिए उनके उज्जवल भविष्य की भी कामना करते हैं.

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