लोकसभा चुनाव परिणाम (loksabha election result 2024) के बाद कांग्रेस पार्टी लगातार कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा (kirodilal meena) के इस्तीफे की मांग कर रही है. किरोड़ीलाल मीणा शनिवार को माउंट आबू के दौरे पर थे. जब उनसे इस्तीफे को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने मुंह पर अंगुली रख ली और कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. गौरतलब है कि किरोड़ीलाल मीणा चुनावों के बाद बीजेपी (BJP) प्रदेश मुख्यालय में हुई समीक्षा बैठक में भी शामिल नहीं हुए.
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बता दें कि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने लोकसभा चुनावों की आचार संहिता हटने के बाद से सरकारी काम से दूरी बनाई हुई है. वे न तो अपने दफ्तर जा रहे हैं और न ही सरकारी गाड़ी ली है. वे अब भी अपनी प्राइवेट गाड़ी से ही चल रहे हैं.
किरोड़ीलाल मीणा CM को जल्द भेज सकते हैं इस्तीफा
टोंक-सवाई माधोपुर समेत 6 सीटों पर लोकसभा चुनावों के नतीजों पर समीक्षा के लिए उम्मीदवारों और विधायकों समेत स्थानीय नेताओं को प्रदेश के पार्टी मुख्यालय में बुलाया गया था. लेकिन टोंक-सवाई माधोपुर सीट पर हार की समीक्षा बैठक में किरोड़ीलाल मीणा नहीं पहुंचे. माना जा रहा है कि वह जल्द सीएम को इस्तीफा भेज सकते हैं. फिलहाल उन्होंने इस्तीफे पर रणनीतिक रूप से चुप्पी साध रखी है.
किरोड़ी ने कहा था- 7 में से एक भी सीट हारे तो दे दूंगा इस्तीफा
लोकसभा चुनावों के दौरान डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने कहा था कि अगर बीजेपी उम्मीदवार दौसा सीट हारा तो वे मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे. इसके बाद उन्होंने घोषणा की थी कि पीएम मोदी ने उन्हें 7 सीटों की जिम्मेदारी दी है. इन सीटों में से अगर एक भी सीट पर बीजेपी हारी तो वह मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे. इन सात सीटों में से बीजेपी 4 सीटें हार गई जिनमें दौसा, करौली-धौलपुर, टोंक-सवाई माधोपुर और भरतपुर सीट शामिल है. इसके बीद से किरोड़ी से इंस्तीफे की मांग की जा रही है.
रिजल्ट के दिन लिखा था- प्राण जाए पर वचन न जाई
लोकसभा चुनावों के रिजल्ट के दौरान बीजेपी को हारते देख किरोड़ीलाल मीणा ने सोशल मीडिया पर इस्तीफे के संकेत दे दिए थे. उन्होंने सोशल मीडिया पर रामचरित मानस की चौपाई पोस्ट की थी. उन्होंने लिखा था, "रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन न जाई." इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि जैसा उन्होंने कहा था वे वैसा जरूर करके दिखाएंगे.
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