Rajasthan: राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा (Kirodilal Meena) ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. किरोड़ीलाल मीणा ने करीब 10 दिन पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को इस्तीफा सौंपा है.
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कांग्रेसी नेता लगातार उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. क्योंकि चुनाव के समय किरोड़ीलाल मीणा ने कहा था कि अगर पूर्वी राजस्थान की 7 सीटों में से बीजेपी (BJP) एक भी हारती है तो वह इस्तीफा दे देंगे.
किरोड़ीलाल ने खुद बताया
किरोड़ीलाल मीणा के कैबिनेट बैठक में शामिल नहीं होने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने एक टीवी को कहा कि "मैंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. इसी नाते मैं कैबिनेट की बैठक में शामिल नहीं हुआ. हालांकि सीएम भजनलाल ने मुझसे कहा कि आपका इस्तीफा स्वीकार नहीं करेंगे." किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि संगठन और मुख्यमंत्री से कोई नाराजगी नहीं, लेकिन मैंने पब्लिक में कह दिया था इसलिए मुकर नहीं सकता था.
7 सीटों की मिली थी जिम्मेदारी
लोकसभा चुनावों के दौरान डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने कहा था कि अगर बीजेपी उम्मीदवार दौसा सीट हारी तो वे मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे. इसके बाद उन्होंने घोषणा की थी कि पीएम मोदी ने उन्हें 7 सीटों की जिम्मेदारी दी है. इन सीटों में से अगर एक भी सीट पर बीजेपी हारी तो वह मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे. इन सात सीटों में से बीजेपी 4 सीटें हार गई जिनमें दौसा, करौली-धौलपुर, टोंक-सवाई माधोपुर और भरतपुर सीट शामिल है.
रिजल्ट के दिन लिखा था- प्राण जाए पर वचन न जाई
लोकसभा चुनावों के रिजल्ट के दौरान बीजेपी को हारते देख किरोड़ीलाल मीणा ने सोशल मीडिया पर इस्तीफे के संकेत दिए थे. उन्होंने उन्होंने चुनाव परिणामों के बीच सोशल मीडिया पर रामचरित मानस की चौपाई पोस्ट की थी. उन्होंने लिखा था, "रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन न जाई."
अब फिर किया ट्वीट
इस्तीफा देने के बाद आज फिर किरोड़ीलाल मीणा ने ट्वीट किया. उन्होंने लिखा- 'रघुकुल रीति सदा चलि आई। प्राण जाई पर बचन न जाई।। (श्रीरामचरितमानस)'
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