'वफा का वह दौर अलग था, आज लोग उसी की उंगली काटते हैं जिन्होंने...', पूर्व CM वसुंधरा राजे का छलका दर्द

राजस्थान तक

23 Jun 2024 (अपडेटेड: Jun 23 2024 6:27 PM)

राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे (Former CM Vasudhara Raje) का एक बयान तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने इशारों-इशारों में अपने विरोधियों पर निशाना साधा है.

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Vasundhara Raje News: राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव 2023 के बाद वसुंधरा राजे को सीएम ना बनाकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पहली बार के विधायक भजनलाल शर्मा (bhajanlal sharma) पर दांव खेला. उसके बाद से माना जा रहा था कि जिस तरह से पूर्व सीएम राजे को साइडलाइन किया गया उससे वह काफी नाराज हैं. इसके बावजूद वसुंधरा राजे और पार्टी नेतृत्व के बीच दरार कभी पूरी तरह से खुलकर सामने नहीं आई. लेकिन अब लोकसभा चुनाव के बाद वसुंधरा राजे ने इशारों-इशारों में अपने विरोधियों पर निशाना साधा है. 

पूर्व सीएम राजे उदयपुर (udaipur news) में आयोजित सुन्दर सिंह भण्डारी चेरिटेबल ट्रस्ट के कार्यक्रम में पहुंची थीं. वहां उन्होंने बोलते हुए कहा, ''वफा का वह दौर अलग था. तब लोग किसी के किए हुए को मानते थे. लेकिन, आज तो लोग उसी अंगुली को पहले काटने का प्रयास करते हैं, जिसको पकड़ कर वह चलना सीखते हैं."

 

 

"मां ने बचपन से ही संघ के संस्कार दिए हैं''

राजे ने कहा कि उनकी माता विजय राजे सिंधिया ने मध्यप्रदेश में 1967 में देश में पहली बार जनसंघ की सरकार बनाई थी और गोविंद नारायण सिंह को मुख्यमंत्री बनाया. तब भंडारी जी ने पत्र लिख कर खुशी जताई थी. मां ने बचपन से ही हमें संघ के संस्कार दिए हैं. दरअसल, यह कार्यक्रम जनसंघ के संस्थापक सदस्य रहे सुंदर सिंह भंडारी की पुण्यतिथि और संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया.

कटारिया ने धक्का देकर RSS कार्यकर्ता को उतारा

उदयपुर में आयोजित इस कार्यक्रम में वसुंधरा राजे के साथ असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने भी मंच साझा किया था. कार्यक्रम के दौरान जनसंघ से जुड़े बुजुर्ग विजय लाल सुवालका मंच पर पहुंच गए और कहने लगे कि वसुंधरा राजे को माला पहनानी है. इस दौरान उनको कार्यक्रम के चलते मंच से नीचे जाने को कहा. ट्रस्टी कुंतीलाल जैन ने उनको हटाया लेकिन वे नहीं माने और आगे बढ़ गए. बाद में राजे के पास बैठे कटारिया कुर्सी से उठे और उन्हें हाथ से पकड़ कर आगे नीचे की तरफ ले जाने लगे. सुवालका नाराज हो गए और कहा कि धक्का क्यों दे रहे हो. बाद में पुलिस और राज्यपाल के सुरक्षाकर्मी उन्हें नीचे लेकर गए.

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