Rajasthan Election: कौन हैं बालकनाथ योगी, जिनका नामांकन भरवाने खुद पहुंचे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ

राजस्थान तक

01 Nov 2023 (अपडेटेड: Nov 1 2023 10:03 AM)

Rajasthan Election: राजस्थान में विधानसभा चुनावों (Rajasthan Assembly Election) को कुल 24 दिन बचे हैं. ऐसे में सभी पार्टियां जीत के लिए पूरा जोर लगा रही है. वहीं सोमवार से प्रदेश में नामांकन प्रकिया भी शुरू हो गई है. इसी सिलसिले में अब तमाम नेताओं ने भी नामांकन भरना शुरू कर दिया है. मंगलवार को […]

Rajasthan Election: कौन हैं बालकनाथ योगी, जिनका नामांकन भरवाने खुद पहुंचे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ

Rajasthan Election: कौन हैं बालकनाथ योगी, जिनका नामांकन भरवाने खुद पहुंचे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ

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Rajasthan Election: राजस्थान में विधानसभा चुनावों (Rajasthan Assembly Election) को कुल 24 दिन बचे हैं. ऐसे में सभी पार्टियां जीत के लिए पूरा जोर लगा रही है. वहीं सोमवार से प्रदेश में नामांकन प्रकिया भी शुरू हो गई है. इसी सिलसिले में अब तमाम नेताओं ने भी नामांकन भरना शुरू कर दिया है. मंगलवार को सचिन पायलट ने नामांकन भरा, जिसमें हजारों की संख्या में भीड़ मौजूद रही. वहीं अलवर जिले की हाईप्रोफइल बन चुकी तिजारा सीट (Tijara Assembly) से आज बीजेपी के प्रत्याशी बालकनाथ योगी (Balaknath Yogi) अपना नामांकन भरा है. उनके नामाकंन के लिए खुद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) पहुंचे. नामांकन के बाद तिजारा में बड़ी सभा का भी आयोजन रखा गया है. आखिर कौन है बालकनाथ योगी, जिनके नामांकन में सीएम योगी आदित्यनाथ आ रहे हैं.

बालकनाथ योगी 2019 में पहली बार चुनाव लड़े और अलवर लोकसभा से सांसद बने. उनको अलवर के पूर्व सांसद मंहत चांदनाथ के कारण राजनीति में आने का मौका मिला. क्योंकि इससे पहले बालकनाथ चांदनाथ की अस्थल बोहर गद्दी में सेवा करते थे और उनकी मौत के करीबी दिनों में उन्हें अस्थल बोहरा मठ की गद्दी मिली. बाद में बालकनाथ को उनकी राजनीति भी विरासत में मिली.

बालकनाथ योगी ने 2019 में लड़ा था पहला चुनाव

महंत बालकनाथ का जन्म 1984 को बहरोड़ के कोहराणा गांव में हुआ था. उनके माता-पिता ने उन्हें मस्तनाथ आश्रम में शिक्षा और सेवा के लिए छोड़ दिया था. वहीं पर आश्रम में रहकर बालकनाथ ने साधना और शिक्षा पूरी की. बालकनाथ नाथ सम्प्रदाय के 9वें मुख्य महन्त हैं. महंत चांदनाथ ने अपनी मौत से 2 वर्ष पहले 2016 में बालकनाथ को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था. उस दौरान समारोह में योगी आदित्यनाथ जी और बाबा रामदेव ने भाग लिया. 2018 में अलवर के सांसद रहते हुए महंत चांदनाथ का निधन हुआ था. उनके निधन के बाद भाजपा ने बालकनाथ को 2019 के चुनाव में उनको टिकट दिया था और उन्हें 7 लाख 60 हजार मिले थे. और उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता भंवर जितेंद्र को हराया था.रोहतक में स्थित अस्थल बोहर मठ के महंत बालकनाथ योगी का यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के करीबी हैं, योगी आदित्यनाथ नाथ संप्रदाय के अध्यक्ष हैं तो रोहतक की गद्दी को उपाध्यक्ष की पदवी हासिल है

अब भाजपा ने तिजारा से दिया टिकट

भाजपा ने इस बार 7 सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारा है. जिसमें बाबा बालकनाथ को तिजारा से टिकट दिया है. तिजारा में मुस्लिम वोटर्स की संख्या भी अच्छी खासी है. भाजपा ने तिजारा में जीत के लिए ओबीसी वोटों को अपने पाले में करने के लिए हिंदूत्व की छवि रखने वाले नेता बालकनाथ को मैदान में उतारा है. और आज उनके नामांकन में खुद योगी आदित्यनाथ शामिल हो रहे हैं.

देखिए नोमिनेशन से पहले क्या बोले बालकनाथ

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