Rajasthan Election: रविंद्र सिंह भाटी को मनाने की कोशिश नाकाम, समाज की पंचायत में किया चुनाव लड़ने का ऐलान

Rajasthan Election: रविंद्र सिंह भाटी (Ravindra Singh Bhati) के निर्दलीय चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद ही शिव विधानसभा चुनाव में अब नया मोड़ आ गया है.

Rajasthan Election: रविंद्र सिंह भाटी को मनाने की कोशिश नाकाम, समाज की पंचायत में किया चुनाव लड़ने का ऐलान

Rajasthan Election: रविंद्र सिंह भाटी को मनाने की कोशिश नाकाम, समाज की पंचायत में किया चुनाव लड़ने का ऐलान

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Rajasthan Election: राजस्थान के युवा फायर ब्रांड नेता रविंद्र सिंह भाटी (Ravindra Singh Bhati) के निर्दलीय चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद ही शिव विधानसभा चुनाव में अब नया मोड़ आ गया है. बुधवार को बीजेपी और समाज की ओर से रविंद्र सिंह भाटी को मनाने की कोशिश की गई थी. इसलिए ही एक पंचायत बुलाई गई थी. अब इस पंचायत में रविंद्रसिंह भाटी ने कहा है कि साफ तौर पर कह दिया है कि मैंने 2 साल मेहनत की है. इसलिए मैं चुनाव लड़ना चाहता हूं. इसके बाद यह फैसला हुआ कि रविंद्र सिंह भाटी अब निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. इसी सीट से बीजेपी के स्वरूपसिंह खारा भी चुनावी मैदान में है.

शिव विधानसभा में रविंद्र सिंह भाटी को राजपूत समाज की ओर से मनाने की कोशिश के लिए बाड़मेर जिला मुख्यालय पर सैकड़ों की तादाद में एक मीटिंग बुलाई गई. जिसमें भाजपा के प्रत्याशी स्वरुपसिंह खारा और निर्दलीय प्रत्याशी रविंद् रसिंह भाटी के साथ समाज की जाजम पर उपस्थित रहे. मीटिंग में उपस्थित सभी लोगों ने अपनी-अपनी बात रखी और अंत में दोनों ने अपनी बात रखी.

नहीं माने रविंद्र सिंह भाटी

उधर, बीजेपी से बगावत करने के बाद रविंद्र सिंह भाटी को मनाने के लिए बीजेपी प्रदेश के नेता भी जुटे हुए हैं. लेकिन, रविंद्रसिंह भाटी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर देव दर्शन यात्रा के बाद चुनावी प्रचार करने का ऐलान कर दिया है.

कांग्रेस में बगावत

वहीं इसी विधानसभा सीट पर कांग्रेस में भी बड़ी बगावत देखने को मिल रही है. यहां एक तरफ कांग्रेस के 84 साल के अमीन खान को लगातार दसवीं बार टिकट देकर प्रत्याशी बनाया है. यहां से कांग्रेस के जिलाध्यक्ष फतेह खान ने निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोक दी है. लिहाजा इस सीट पर अमीन खान के लिए भी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है.

रोचक हुआ मुकाबला

कुल मिलाकर शिव विधानसभा पर अब पूरे राजस्थान की नजर है. क्योंकि यहां से बीजेपी और कांग्रेस दोनों में बगावत है. साथ ही हनुमान बेनीवाल ने भी बीजेपी के पूर्व विधायक जालमसिंह रावलोत को मैदान में उतारा है. अब देखने वाली बात होगी कि 2023 में शिव की जनता किसे अपना विधायक चुनकर सबके सामने लाती है.

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