Rajasthan Election: राजस्थान की 5 हॉट सीटें, जो सबसे अधिक रही चर्चित, देखिए यहां कितना हुई वोटिंग

ललित यादव

26 Nov 2023 (अपडेटेड: Nov 26 2023 4:36 AM)

5 hottest seats of Rajasthan: प्रदेश की हॉट सीटों पर रिकॉर्ड (Rajasthan Election) मतदान हुआ. वहीं ऐसी कई सीटें हैं जहां पिछले चुनाव की तुलना में अधिक वोटिंग हुई. आइए देखते हैं 5 हॉट सीटों (Tijara, Laxmangarh, Sawai Madhopur, Pokaran, Nathdwara) पर कितना मतदान हुआ.

Rajasthan Election: राजस्थान की 5 हॉट सीटें, जो सबसे अधिक रही चर्चित, देखिए यहां कितना हुई वोटिंग

Rajasthan Election: राजस्थान की 5 हॉट सीटें, जो सबसे अधिक रही चर्चित, देखिए यहां कितना हुई वोटिंग

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5 hottest seats of Rajasthan: राजस्थान में शनिवार को मतदान (Rajasthan Election) पूरा हो चुका. कई जगहों से झड़प की खबरें आई. लेकिन पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में रखा. शाम होते-होते बूथों के बाहर वोटर लंबी लाइन में खड़े दिखाई दिए. आज सुबह तक आए संभावित डेटा के मुताबिक प्रदेश में 74.13% वोटिंग हुई. हालांकि चुनाव आयोग ने फाइनल डेटा शेयर नहीं किया है, इसके बढ़ने की और उम्मीदे हैं. प्रदेश की हॉट सीटों पर रिकॉर्ड मतदान हुआ. वहीं ऐसी कई सीटें हैं जहां पिछले चुनाव की तुलना में अधिक वोटिंग हुई. आइए देखते हैं 5 हॉट सीटों (Tijara, Laxmangarh, Sawai Madhopur, Pokaran, Nathdwara) पर कितना मतदान हुआ.

लक्ष्मणगढ़: इस सीट से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के सामने पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया मैदान में हैं. एक दशक बाद दोनों आमने-सामने होंगे. 2013 के विधानसभा चुनाव में डोटासरा ने महरिया को भारी अंतर से हराया था और सीट बरकरार रखी थी. दोनों एक ही समुदाय जाट से आते हैं. सुभाष महरिया सीकर से तीन बार लोकसभा सांसद रहे हैं. महरिया 2016 में कांग्रेस में शामिल हुए लेकिन इस साल मई में भाजपा में लौट आए. इस बार इस सीट पर 76.47% मतदान हुआ है, पिछली बार 74.28 प्रतिशत मतदान हुआ था. जिसमें डोटासरा को 51.78 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए थे. दूसरे स्थान पर दिनेश जोशी ने 40.15 प्रतिशत वोट प्राप्त किए थे.

सवाई माधोपुर: सवाई माधोपुर में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा. इस सीट पर बीजेपी ने राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा को मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस से मौजूदा विधायक दानिश अबरार मैदान में है. वहीं 2018 में भाजपा की प्रत्याशी रही आशा मीणा को टिकट मिला. वह अब निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रही हैं. वहीं आशा मीणा के मैदान में आने से यह सीट त्रिकोणीय मुकाबले में बदल गई. पिछले चुनाव में इस सीट पर 69.26 प्रतिशत मतदान हुआ था. जिसमें दानिश अबरार को 52.36 और आशा मीणा को 36.96 प्रतिशत वोट मिले थे. इस बार इस सीट पर 70.27 प्रतिशत मतदान हुआ है.

नाथद्वारा: भाजपा ने नाथद्वारा से कांग्रेस के दिग्गज नेता सीपी जोशी के खिलाफ महाराणा प्रताप के वंशज विश्वराज सिंह मेवाड़ को मैदान में उतारा है. पूर्व मेवाड़ राजपरिवार का लोगों के साथ सदियों से जुड़ाव है. भाजपा इसी लोकप्रियता को जीत में तब्दील करना चाहती है. इसीलिए विश्वराज सिंह मेवाड़ को मैदान में उतारा है. दूसरी तरफ कांग्रेस ने कांग्रेस के दिग्गज नेता सीपी जोशी को टिकट दिया है. कांग्रेस अपनी कल्याणकारी योजनाओं और विकास कार्यों के दम पर मैदान में है तो इस सीट पर भाजपा “मेवाड़ के गौरव” विश्वराज सिंह से जोड़कर इस सीट पर जीत के लिए आश्वस्त है. पिछली बार इस सीट पर 76.39 प्रतिशत मतदान हुआ था. इस बार 78.20 प्रतिशत मतदान हुआ है. पिछले चुनाव में सीपी जोशी को 50.99 प्रतिशत मत प्राप्त हुए थे.

तिजारा: तिजारा विधानसभा इस बार सबसे ज्यादा चर्चित है. भाजपा ने इस बार अलवर सांसद मंहत बालकनाथ को मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने पूर्व बसपा नेता इमरान खान को टिकट दिया है. तिजारा मुस्लिम बहुल सीट है. इसी कारण कांग्रेस ने इमरान खान पर भरोसा जताया है. अब तक के इतिहास पहली बार 2013 में बीजेपी ने इस सीट पर जीत हासिल की थी. 2018 में यहां से बसपा से संदीप यादव जीते थे और बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए थे. इस बार तिजारा में चुनाव हिंदू बनाम मुस्लिम दिखाई दे रहा है. बालकनाथ के समर्थन के लिए योगी आदित्यनाथ 2 बार यहा प्रचार कर चुके हैं. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पायलट भी यहां सभा कर चुके. वहीं आजाद समाज पार्टी के उम्मीदवार उदमीराम पोसवाल ने यहां मुकावला त्रिकोणीय बना दिया है. इस बार राजस्थान में सबसे अधिक वोटिंग तिजारा सीट पर हुई. तिजारा में इस बार 85.15 प्रतिशत वोटिंग हुई, जबकि पिछले चुनाव में 82.02 प्रतिशत हुई थी.

पोकरण: इस सीट पर दो धर्म गुरू आमने-सामने होने से काफी चर्चित सीट बन गई है. कांग्रेस ने इस बार मौजूदा विधायक सालेह मोहम्मद को मैदान में उतारा तो भाजपा ने मंहत प्रताप पुरी पर भरोसा जताया है. यहां चुनाव धार्मिक आधार पर अधिक रहता है. पिछले चुनाव में भी दोनों प्रत्याशी आमने-सामने थे. सालेह मोहम्मद को 82,964 वोट मिले थे तो प्रताप पुरी को 82,092 वोट मिले थे. यहां हार-जीत का मार्जिन बहुत कम था. पिछले चुनाव में यहां 87.97 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. इस बार यहां 87.79% वोटिंग हुई. जो कि प्रदेश में सबसे ज्यादा है.

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