PMO vs CMO: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए कहते है दोनों अच्छे दोस्त हैं. लेकिन इन दोनों के बीच सियासत में वार-पलटवार भी जमकर देखने को मिलते हैं. 27 जुलाई को सीकर दौरे के दौरान भी पीएम और सीएम के बीच खूब बयानबाजी हुई. जब गहलोत ने आरोप लगाया कि मोदी के कार्यक्रम में उनका भाषण हटा दिया गया है तो उसके बाद सीएमओ और पीएमओ में भी ट्वीट-रिट्वीट का दौर देखने को मिला.
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वहीं, पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए गहलोत को स्वास्थ्य लाभ की शुभकामनाएं दी. जिस पर सीएम ने भी रोचक जवाब दिया कि जिस योजना का शिलान्यास करने आ रहे है, उसमें राज्य का भी पैसा है.
गौरतलब है कि गहलोत ने पीएम मोदी के कार्यक्रम से पहले एक ट्वीट कर पीएमओ पर आरोप लगाया था कि उनका भाषणा हटा दिया गया. उन्होंने ट्वीट कर लिखा था “माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी, आज आप राजस्थान पधार रहे हैं. आपके कार्यालय PMO ने मेरा पूर्व निर्धारित 3 मिनट का संबोधन कार्यक्रम से हटा दिया है इसलिए मैं आपका भाषण के माध्यम से स्वागत नहीं कर सकूंगा अतः मैं इस ट्वीट के माध्यम से आपका राजस्थान में तहेदिल से स्वागत करता हूं”. इसके अलावा सीएम ने 5 प्वाइंट के माध्यम से अपनी मांग भी रखी है.
इधर, मोदी के कार्यक्रम के बाद भी गहलोत ने ट्वीट किया कि कल रात को मुझे पुन: अवगत करवाया गया कि मेरा संबोधन नहीं होगा. गहलोत ने कहा कि मेरे कार्यालय ने भारत सरकार को अवगत करवाया था कि डॉक्टर्स की राय के अनुसार पैर में लगी चोट के कारण मैं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कार्यक्रम में शामिल रहूंगा और मेरे मंत्रिगण कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे. अभी भी मैं राजस्थान के हित के इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नॉन इनटरेक्टिव मोड पर शामिल रहूंगा. आपके संज्ञान के लिए पूर्व में प्राप्त मिनट टू मिनट एवं मेरे कार्यालय से भेजा गया पत्र साझा कर रहा हूं.
पीएम मोदी बोले- लाल डायरी का नाम सुनते ही बोलती बंद
पीएम मोदी ने सीकर की जनसभा में कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने इस दौरान लाल डायरी का मुद्दा भी छेड़ दिया. उन्होंने कहा कि कहते हैं इस ‘लाल डायरी’ में कांग्रेस सरकार के काले कारनामे दर्ज हैं. लोग कह रहे हैं कि ‘लाल डायरी’ के पन्ने खुले तो अच्छे-अच्छे निपट जाएंगे. मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस के बड़े से बड़े नेताओं की इस ‘लाल डायरी’ का नाम सुनते ही बोलती बंद हो रही है. ये लोग भले ही मुंह पर ताला लगा लें, लेकिन ये ‘लाल डायरी’ इस चुनाव में कांग्रेस का डिब्बा गोल करने जा रही है.
लाल डायरी का जवाब लाल टमाटर- गहलोत
गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को कपोल कल्पित लाल डायरी की चिंता छोड़ लाल सिलेंडर और लाल टमाटर पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि कहते हैं कि मैंने सुना है कि पीएम ने सीकर में ‘लाल डायरी’ पर भाषण दिया था. प्रधानमंत्री पद की बहुत बड़ी गरिमा है. उनके पास आईटी, ईडी और सीबीआई है, जिसका देश में जमकर दुरुपयोग हो रहा है. क्या वे यहां से जानकारी नहीं जुटा सकते? जिस प्रकार से हमारे मंत्रिमंडल में साथ थे, उन्हें मोहरा बनाया गया. विधानसभा में 50 डायरियां लहरा गई है.
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