Diya kumari vs vasundhara raje: जयपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (narendra modi) ने 25 सिंतबर को परिवर्तन संकल्प महासभा को संबोधित किया. इस पूरे कार्यक्रम का जिम्मा महिला मोर्चा के पदाधिकारी को दिया गया. कार्यक्रम के दौरान मंच का संचालन राजसमंद सांसद दीया कुमारी (diya kumari) ने किया. इस दौरान बीजेपी (bjp) के भीतर किसी नए समीकरण का भी इशारा मिला.
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पीएम मोदी जयपुर की क्या आए, राजस्थान की राजनीति की सियासी फिजा ही बदल गए. क्योंकि तस्वीरें ही चौंका देने वाली थी. मंच पर पीएम मोदी के सामने जयपुर और धौलपुर के पूर्व राजघराने का शक्ति प्रदर्शन देखने को मिला. दीया कुमारी जिस तरह से पूरे जोश और उत्साह के साथ पीएम मोदी ज़िंदाबाद के नारे लगा रही थी.
हर कोई सोच में पड़ गया कि जहां एक तरफ दीया कुमारी पूरे जोश के साथ मंच पर मोर्चा संभाले हैं तो वहीं, दूसरी तरफ वसुंधरा राजे के होश क्यों उड़े थे. ना वो जोश था, ना वो उमंग और ना ही वो उत्साह. मानो कल का पूरा मंच दीया कुमारी लूट ले गई. भले ही वसुंधरा राजे 2 बार प्रदेश की मुख्यमंत्री रही हो, लेकिन पीएम मोदी के सामने तो दीया कुमारी ज्यादा भारी नजर आईं. पहली बार नहीं है जब मंच लूटा. इससे पहले
कैलाश मेघवाल लगा चुके हैं गुटबाजी के आरोप
मोदी के मंच पर वसुंधरा की जो तस्वीर दिखी, उसे देखकर दोनों के बीच रिश्तों में पड़ी खटास का भी अंदाजा लगाया जा रहा था. क्योंकी जब मोदी की जीप मंच के करीब आई तो तमाम नेता उनके स्वागत के लिए लालायित हो गए. इसके बाद मंच पर वसुंधरा राजे को पीएम मोदी ने कैसे इग्नोर किया, ये सब साफ देखने को मिला. हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है. इससे पहले भी मोदी के मंच पर न राजे की स्पीच हुई और न ही मोदी ने उनसे बात की. इस बार भी वैसा ही हुआ. पार्टी के निलंबित विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल भी वसुंधरा राजे के प्रति पार्टी के नेताओं के रवैए को उजागर कर चुके हैं. पार्टी में गुटबाजी और राजे को इग्नोर करने वाली बात का दावा भी कर चुके हैं.
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