महाराणा प्रताप के वंशज की सियासत में एंट्री, सीपी जोशी के साथ फिर हो सकता है 2008 वाला खेल?

राजस्थान तक

• 08:15 AM • 17 Oct 2023

CP joshi vs Vishvaraj singh mewar: विधानसभा चुनाव (assembly election 2023) से पहले महाराणा प्रताप के वंशज और मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वराज सिंह मेवाड़ (Vishvaraj singh mewar) ने बीजेपी (bjp) की सदस्यता ले ली. दरअसल, उदयपुर शहर की विधानसभा सीट से विधायक रहे दिग्गज बीजेपी नेता गुलाबचंद कटारिया असम के राज्यपाल बनने […]

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CP joshi vs Vishvaraj singh mewar: विधानसभा चुनाव (assembly election 2023) से पहले महाराणा प्रताप के वंशज और मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वराज सिंह मेवाड़ (Vishvaraj singh mewar) ने बीजेपी (bjp) की सदस्यता ले ली. दरअसल, उदयपुर शहर की विधानसभा सीट से विधायक रहे दिग्गज बीजेपी नेता गुलाबचंद कटारिया असम के राज्यपाल बनने के बाद सीट खाली हो गई थी. जिसके बाद से पार्टी को मेवाड़ में मजबूती देने के लिए केंद्र की तलाश है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि पूर्व राजपरिवार के सदस्य के जरिए पार्टी फिर से पैठ मजबूत करने में कामयाब होगी.

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इसी के साथ उनके विधानसभा चुनाव लड़ने की भी चर्चा तेज हो गई है. उदयपुर शहर के अलावा राजसमंद जिले की नाथद्वारा सीट से चुनाव लड़ने को लेकर भी संभावना जताई जा रही है. कहा जा रहा है कि विधानसभा अध्यक्ष ड़ॉ. सीपी जोशी के सामने बीजेपी इन्हें टिकट दे सकती है.

एक वोट से हारे चुनाव और जोशी का टूटा सपना!

नाथद्वारा विधानसभा सीट को कई मायनों में हॉट सीट कहा जाता है. भगवान श्रीनाथजी की नगरी में देशभर से हजारों की संख्या में भक्त यहां आते हैं. मेवाड़ के इस प्रसिद्ध धार्मिक स्थल में राजनीति भी काफी दिलचस्प है. साल 2008 के विधानसभा चुनाव में सिर्फ एक वोट के चलते डॉ. सीपी जोशी चुनाव हार गए थे.

कहा जाता है कि उस समय अशोक गहलोत के अलावा डॉ. जोशी भी मुख्यमंत्री उम्मीदवार थे. लेकिन एक वोट से हार के चलते उनका यह सपना टूट गया. बता दें कि 2008 के चुनाव में कुल 51 प्रतिशत वोट पड़े. जिसमें बीजेपी के कल्याण सिंह को 62 हजार 216 वोट मिले, जबकि सीपी जोशी ने 62 हजार 215 वोट हासिल किए थे.

इससे पहले जोशी साल 1980 में नाथद्वारा से विधायक चुने गए थे. जिसके बाद 1985, 1998, 2003 और 2018 में नाथद्वारा से विधानसभा चुनाव जीते. पांच बार विधायक रहने के साथ ही भीलवाड़ा से एक बार सांसद भी रहे. ऐसे में बीजेपी के लिए यहां राह आसान नहीं है. इसी के चलते विश्वराज सिंह मेवाड़ को यहां से टिकट देने की संभावना जाहिर की जा रही है.

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