प्रदेश की कोटा-बूंदी संसदीय सीट से सांसद ओम बिरला को आज यानी बुधवार को ध्वनिमत के साथ 18वीं लोकसभा का नया स्पीकर चुन लिए गए हैं. इसके साथ ही ओम बिरला (Om Birla) दूसरी बार निर्वाचित होने वाले 6वें लोकसभा स्पीकर बन गए हैं. इसके साथ ही संसद का मानसून सत्र भी शुरू हो गया है. बता दें कि बिरला स्पीकर के पद पर अपना कार्यकाल पूरा करते हैं, तो वो कांग्रेस के बलराम जाखड़ की बराबरी कर लेंगे.
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प्रदेश की कोटा-बूंदी लोकसभा सीट से सांसद ओम बिरला को लोकसभा का 18वां स्पीकर चुन लिया गया है. इन्होंने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र कोटा-बूंदी से लगातार 16वीं, 17वीं और 18वीं लोकसभा का चुनाव जीता है.
कौन हैं लोकसभा स्पीकर ओम बिरला?
बिरला कोटा-बूंदी लोकसभा से लगातार तीसरी बार सांसद और दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष चुने गए हैं. 23 नवम्बर 1962 को कोटा मे जन्में ओम बिरला के पिता का नाम स्वर्गीय श्रीकृष्ण बिड़ला और माता स्वर्गीय शकुंतला देवी है. लोकसभा अध्यक्ष बिरला की पत्नी का नाम डॉक्टर अमिता बिड़ला है और इनकी दो बेटियां हैं, जिनका नाम अकांक्षा और अंजली है. ओम बिड़ला के 6 भाई और 3 बहनें हैं. ये माता- पिता की पांचवीं संतान हैं. स्पीकर ओम बिरला ने अपनी पढ़ाई गवर्नमेंट कॉमर्स कॉलेज कोटा और एमडीएस विश्वविद्यालय अजमेर से पूरी की है.
छात्र राजनीति से की थी करियर की शुरुआत
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत छात्र राजनीति से की हैं. वो सन 1979 में छात्र संघ के अध्यक्ष भी रहे हैं. इन्होंने अपना पहला विधानसभा चुनाव शांति धारिवाल से सामने 2003 में कोटा दक्षिण से लड़ा और करीब 10 हजार 101 मतों से जीत दर्ज की. बिरला ने साल 2008 के विधानसभा चुनाव में कांगेस प्रत्याशी राम किशन वर्मा को कड़ी पटखनी दी थी.
वहीं, लोकसभा के चुनावी मैदान में उतरने से पहले ओम बिरला ने 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के पंकज मेहता को करीब 50 हजार वोटों से करारी शिकस्त दी थी. 2014 मोदी लहर में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला कोटा-बूंदी संसदीय सीट से सांसद बने. ये 1987 से 1991 तक कोटा से भाजपा के युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष रहें और फिर 1991 से 1997 तक युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष रहे.
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