चंबल रिवर फ्रंट को लेकर बढ़ेगी शांति धारीवाल की मुसीबत! बीजेपी सरकार में मंत्री ने दिया बड़ा बयान

Chambal river front: कोटा (kota news) में बेहतरीन पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित किए जाने वाले चंबल रिवर फ्रंट (Chambal River front) को लेकर अब सवाल खड़े हो गए हैं. पूर्व यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के कार्यकाल में विभाग की ओर से किए गए काम को लेकर अब बीजेपी सरकार के मंत्री ने जांच की बात […]

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Chambal river front: कोटा (kota news) में बेहतरीन पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित किए जाने वाले चंबल रिवर फ्रंट (Chambal River front) को लेकर अब सवाल खड़े हो गए हैं. पूर्व यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के कार्यकाल में विभाग की ओर से किए गए काम को लेकर अब बीजेपी सरकार के मंत्री ने जांच की बात कह दी है. प्रदेश सरकार में यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा है कि पूर्ववर्ती सरकार के समय कोटा में चंबल रिवर फ्रंट के निर्माण में हुए घोटालों की विस्तृत जांच कराई जाएगी. उन्होंने यह बात जयपुर से कोटा जाते समय टोंक में पार्टी की ओर से रखे गए एक स्वागत कार्यक्रम में कही. मंत्री खर्रा ने कहा कि धुंआ वहीं से उठता है, जहां आग लगी होती है.

यूडीएच मंत्री ने कहा कि चंबल रिवर फ्रंट के निर्माण में घोटाले को लेकर जितने आरोप लगे हैं, उससे साफ है कि वहां काफी भ्रष्टाचार हुआ है. टोंक मुख्यालय पर स्वागत-सत्कार कार्यक्रम में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए मंत्री ने अपने अधीन आने वाले विभागों में आपसी सामंजस्य नहीं होने को लेकर भी बात कही.

‘एक विभाग कराता है निर्माण, उसे तोड़ देता है दूसरा विभाग’

खर्रा ने अधिकारियों को खरी-खरी सुनाते हुए कहा कि हमारे यहां एक विभाग निर्माण कराता है और दूसरा विभाग उसे तुरंत तोड़ देता है. अब यह नहीं चलने दिया जाएगा और सभी विभागों को सामंजस्य बनाकर काम करने के निर्देश दिए गए हैं. हाल ही में जारी हुए स्वच्छता सर्वेक्षण में राजस्थान के पिछड़ जाने पर मंत्री खर्रा ने कहा कि अब सूरत और इंदोर निकाय के आयुक्तों से हमारे आयुक्तों को अपने शहर स्वच्छ रखने का पाठ पढ़वाया जाएगा.

डूंगरपुर के काम से सबक लेने की जरूरत- खर्रा

मंत्री खर्रा ने कहा कि डूंगरपुर में जिस तरह का काम हुआ है, उससे सभी को सबक लेने की जरूरत है. साथ ही उन्हों अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का विरोध कर रही कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के अलावा धर्मगुरूओ को असुरों की संज्ञा दी. उन्होंने कहा कि ये सभी युगों में रहे हैं, लेकिन इन्हें यह भी याद रखना चाहिए कि इन्हें वरदान भगवान से ही मिला करता था.

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