Jat Reservation: केंद्र में सरकारी नौकरियों में ओबीसी वर्ग में आरक्षण की मांग को लेकर जाटों का आंदोलन 18 दिनों से शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है. लेकिन अब यह आंदोलन उग्र रूप लेता हुआ नजर आ रहा है. सरकार द्वारा वार्ता की पहल नहीं करने के बाद जाट महापंचायत ने भजनलाल सरकार की टेंशन बढ़ा दी है. जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह ने 7 फरवरी को चक्का जाम का ऐलान किया है.
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रविवार को भरतपुर के गांव जयचोली में महापंचायत आयोजित हुई. इसमें भरतपुर-धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने 7 फरवरी को दिल्ली- मुंबई रेलवे ट्रैक और नेशनल हाइवे को जाम करने का निर्णय लिया है. जाटों ने ऐलान किया है कि अगर आरक्षण नहीं मिला तो लोकसभा चुनाव में वे बीजेपी को वोट नहीं करेंगे.
विश्वेंद्र और नेम सिंह हुए आमने-सामने
अब आरक्षण की इस लड़ाई में जाट समाज आपस में बंटता हुआ नजर आ रहा है. पूर्व मंत्री विश्वेन्द्र सिंह और जाट नेता नेम सिंह आमने सामने हो गए हैं. एक तरफ विश्वेन्द्र सिंह ने पंचायत कर दूसरी कमिटी का गठन कर दिया है तो वहीं नेम सिंह के नेतृत्व में 18 दिनों से महापड़ाव जारी है.
विधायक जगत सिंह के खिलाफ भी समाज में रोष
नदबई से भाजपा विधायक जगत सिंह के खिलाफ भी जाट समाज में रोष है. क्योंकि जनता का कहना है कि जगत सिंह को जाटों ने विधायक बनाया मगर विधायक आज तक महापड़ाव पर नहीं आये हैं. गौरतलब है कि जाट समाज का जो महापड़ाव चल रहा है वह नदबई के गांव जयचौली में है.
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