Rajendra rathore: चूरू के तारानगर में पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ (Rajendra rathore) की हार के बाद बीजेपी में अंदरूनी घमासान तेज हो गया है. राठौड़ के समर्थक उनकी हार के पीछे गुटबाजी को भी बता रहे हैं. तमाम कयासों के बीच राठौड़ ने पहली बार तारानगर आकर कृषि उपज मण्डी समिति में विशाल आभार रैली का आयोजन किया और हजारों की संख्या में आए भाजपा के समर्थको का आभार व्यक्त किया. रैली में अपना भाषण एक कविता से प्रारम्भ करते हुए कहा ’’कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती’’, ’’हर रात का सवेरा होता है, हर किश्ती का किनारा होता है, माना मुश्किल बहुत है जिन्दगी में, हर दुःख के साथ बसेरा होता है.’’
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राठौड़ ने बीजेपी को वोट देनें वालो को धन्यवाद देते हुए कहा कि मैं जिस जमीन पर आया उसमें वोट की फसल काटने से पहले हल चलाता, गुड़ाई करता, जमीन में घूम कर देखता. शायद पोली जमीन पर खड़ा नहीं होता. राठौड़ ने कहा कि तारानगर विकास की दृष्टि से पीछे नहीं हटेगा. अब तारानगर के चौधरी गेस्ट हाउस में जन सुनवाई कार्यालय खोला गया है, जिसमें हर पहली तारीख को मेरा पुत्र पराक्रम, चन्द्राराम गूरी और राकेश जांगिड़ सहित बीजेपी के कार्यकर्ता बैठेगें.
जयचंदो को माफ नहीं करेगा इतिहास- राठौड़
बीजेपी नेता ने कहा कि वह खुद भी हर महीने की 10 तारीख को आएंगे और 20 को डॉ. चन्द्रशेखर बैद जनसुनवाई करेगें. मैंने अधिकारियों को आगाह कर दिया है कि अब लूट और झूठ का इतिहास बन्द कर दो. अब भजनलाल शर्मा की राजस्थान में डबल इन्जन की सरकार बन गई है, जो राजस्थान में विकास लेकर आएगी. अब हर किसान के सम्मान में एक हजार रूपए उसके खाते में आएगा, इतिहास ने कभी जयचन्दों को माफ नहीं किया. उनको अपने आप सबक मिल जाएगा. हार में कोई ना कोई अच्छाई छुपी है, हार कर भी मोहब्बत बांटने का काम करूंगा. भ्रष्टाचार का अन्त होगा. विकसित भारत यात्रा आपके बीच आएगी, उसका फायदा अवश्य लें.न
इस दौरान चूरू विधायक हरलाल सहारण ने कहा “मुझ जैसे छोटे व्यक्ति को विधायक बनाने वाला राजेन्द्र सिंह राठौड़ हैं. सहारण राजेन्द्र सिंह राठौड़ के लिये इस्तीफा ही नहीं, प्राण भी दे सकता है. जिन्होने गद्दारी की है वो हमारे पास नहीं आना.” पूर्व विधायक डॉ. बैद ने कहा कि राठौड़ के साथ विश्वासघात हुआ है, धाखेबाज लोग मुझ से किसी प्रकार आशा ना करें.
चूरू सांसद पर सीधा बोला हमला
बीजेपी नेता सीताराम लूगरिया ने अपने सम्बोधन में खुलेआम कहा कि रामसिंह कस्वां परिवार ने राठौड़ की पीठ में खंजर घोपने का काम किया है. रामसिंह कस्वां का राजनैतिक जीवन राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने सन् 1991 में 189 वोटों से प्रारम्भ करवाया था. आज उन्हीं राहुल कस्वां व रामसिंह कस्वां ने विश्वासघात कर राठौड़ को हराया है. बीजेपी प्रदेश मंत्री बासुदेव चावला ने कहा कि जिन्होने भाजपा के साथ गद्दारी की है, वो हमसे दूरी बनाए रखे.
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