ashok gehlot vs sachin pilot: झुंझुनूं में एक कार्यक्रम के दौरान मंच से गहलोत के मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कांग्रेस आलाकमान को ही खुली चुनौती दे डाली. गुढ़ा ने कहा कि मां का दूध पिया है तो पायलट पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करके दिखाओ. छठी का दूध याद आ जाएगा. पूरे देश का नौजवान पायलट के साथ है.
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गुढ़ा ने जनता के सामने विधायक होने के बावजूद खुद को लाचार बताया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में सिपाही का ट्रांसफर भी सीएम ही करते हैं. ये सब कहने के बाद गुढ़ा बोले- अब तो मेरा जेल का लाइसेंस भी रिन्यू होने वाला है.
गद्दार, नकारा, निकम्मा नहीं सुनेगा नौजवान- गुढ़ा
राजेंद्र गुढ़ा ने कहा- गद्दार, नकारा, निकम्मा शब्द देश का नौजवान नहीं सुन सकता. नौजवान के धैर्य की परीक्षा न ली जाए. ये नौजवान बर्दाश्त करने वाला नहीं है. मेरी पत्नी ने कहा- ये मुख्यमंत्री तो तेरे को टिकाएगा.
सरकार बनने के बाद पायलट के साथ हुआ ये व्यवहार
राजेंद्र गुढ़ा ने पायलट की तरफ इशारा करते हुए कहा कि इनकी जीतोड़ मेहनत की. दर-दर की ठोकरे खाई. कांग्रेस 2018 में राजस्थान की सत्ता में आई. सरकार बनने के बाद पायलट को ऐसे फेंक दिया जैसे दूध से मक्खी निकालकर फेंक दिया जाता है.
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