सचिन पायलट के पिता पर आरोप लगाने वाले अमित मालवीय को लेकर ट्विटर पर ट्रेंड हो रहा ये हैशटैग

Amit Malviya accused Sachin Pilot’s father: सोशल साइट ट्विटर (twitter) पर अमित मालवीय (amit malviya on rajesh pilot) को लेकर बुधवार को एक हैशटैग (#अमित_मालवीय_माफ़ी_मांग) ट्रेंड कर रहा है. ये मामला सचिन पायलट (sachin Pilot) के पिता राजेश पायलट (rajesh pilot) से जुड़ा हुआ है. अमित मालवीय ने अपने एक ट्वीट में 5 मार्च 1965 […]

सचिन पायलट के पिता पर आरोप लगाने वाले अमित मालवीय को लेकर ट्विटर पर ट्रेंड हो रहा ये हैशटैग

सचिन पायलट के पिता पर आरोप लगाने वाले अमित मालवीय को लेकर ट्विटर पर ट्रेंड हो रहा ये हैशटैग

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Amit Malviya accused Sachin Pilot’s father: सोशल साइट ट्विटर (twitter) पर अमित मालवीय (amit malviya on rajesh pilot) को लेकर बुधवार को एक हैशटैग (#अमित_मालवीय_माफ़ी_मांग) ट्रेंड कर रहा है. ये मामला सचिन पायलट (sachin Pilot) के पिता राजेश पायलट (rajesh pilot) से जुड़ा हुआ है. अमित मालवीय ने अपने एक ट्वीट में 5 मार्च 1965 को मिजोरम में वायु सेना की बमबारी में राजेश पायलट का नाम लिया था. इसके बाद सचिन पायलट ने ट्वीट कर ये बता दिया कि मिजोरम में बमबारी की जो तारीख बताई जा रही है उसके बाद 29 अक्टूबर 1966 में इनके पिता भारतीय वायु सेना में कमीशन हुए थे. सचिन पायलट ने इस संबंध में एक लेटर भी ट्वीट किया है.

पायलट ने ट्वीट कर कहा- ”स्व. श्री राजेश पायलट जी दिनांक 29 अक्टूबर, 1966 को भारतीय वायु सेना में कमीशन हुए थे। यह कहना कि उन्होंने 5 मार्च 1966 में मिज़ोरम में बमबारी करी थी – काल्पनिक है, तथ्यहीन है और पूर्ण तरह भ्रामक है। हाँ, 80 के दशक में एक राजनेता के रूप में मिज़ोरम में युद्ध विराम करवाने और स्थाई शांति संधि स्थापित करवाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका ज़रूर निभाई थी।”

अमित मालवीय ने राजेश पायलट पर उठाया था सवाल

बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा था- ”राजेश पायलट और सुरेश कलमाड़ी भारतीय वायुसेना (Indian air force) के उन विमानों को उड़ा रहे थे जिन्होंने 5 मार्च 1966 को मिज़ोरम (mizoram) की राजधानी आइज़वाल पर बम गिराये. बाद में दोनों कांग्रेस के टिकट पर सांसद और सरकार में मंत्री भी बने. स्पष्ट है कि नार्थ ईस्ट में अपने ही लोगों पर हवाई हमला करने वालों को इंदिरा गांधी (indira gandhi) ने बतौर इनाम राजनीति में जगह दी, सम्मान दिया.”

क्या है ये पूरा मामला

दरअसल मिजोरम पर 5 मार्च 1966 में आम नागरिकों पर एयरफोर्स के विमानों से बम की गिराने की बात उस वक्त आई जब विपक्षी गंठबंधन I.N.D.I.A. के अविश्वास प्रस्ताव का जवाब देते हुए गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा- 5 मार्च 1966 को कांग्रेस ने मिजोरम में असहाय नागरिकों पर अपनी वायुसेना के जरिए हमला करवाया था. कांग्रेसवाले जवाब दें कि क्या वो किसी दूसरे देश की वायुसेना थी? क्या मिजोरम के लोग अपने देश के नागरिक नहीं थे? उनकी सुरक्षा भारत सरकार की जिम्मेदारी थी या नहीं? आज भी 5 मार्च को पूरा मिजोरम शोक मनाता है. कभी इन्होंने मरहम लगाने की कोशिश नहीं की. कांग्रेस ने इस सच को देश से छिपाया है. कौन था उस समय- इंदिरा गांधी.

राहुल गांधी के इस सलाह पर पीएम का जवाब?

दरअसल अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए राहुल गांधी ने मणिपुर में सेना उतारकर वहां हिंसा रोकने की बात की थी. मिजोरम की चर्चा कर कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए पीएम मोदी ने कहा- ये यहां उपदेश दे रहे हैं. इसके बाद सोशल मीडिया में मिजोरम पर चर्चा शुरू हो गई.

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