Rajasthan Election 2023: विधानसभा चुनाव के चलते प्रदेश में राजनीति अपने चरम पर है. कांग्रेस भाजपा के नेता लगातार बयान बाजी के चलते चर्चा में बने हुए हैं. तो कुछ नेता एक दूसरे पर बयान बाजी के साथ ही खुद की पार्टी पर भी बयान बाजी से नहीं चूक रहे हैं. हाल ही में कांग्रेस स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्ष और विधायक हरीश चौधरी (Harish Chaudhary) का एक बयान लगातार चर्चाओं में है. हरीश चौधरी ने ज्योति मिर्धा (Jyoti Mirdha) को लेकर बड़ी बात कही. उन्होंने कहा कि खींवसर उप चुनाव का निष्पक्ष आंकलन कर लीजिए. किसके इशारे पर उपचुनाव हराया गया था. सौदेबाजी की वजह से खींवसर उप चुनाव पार्टी हारी थी. उपचुनाव की हार जांच का विषय है. ज्योति मिर्धा ने ईमानदारी से कांग्रेस पार्टी के लिए काम किया था.
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कांग्रेस स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्ष हरीश चौधरी पहले भी अपने बयानों के चलते हमेशा चर्चा में रहे हैं. तो हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुई जाट नेता ज्योति मिर्धा को लेकर उन्होंने बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि ज्योति मिर्धा ने खींवसर चुनाव में पूरी ईमानदारी से काम किया. उसे ईमानदारी से काम करने का खामियाजा भुगतना पड़ा. नागौर व आसपास क्षेत्र में ऐसे क्या हालत पैदा हो गए. जिसके कारण ज्योति मिर्धा को कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होना पड़ा. मारवाड़ हमेशा से कांग्रेस का गढ़ रहा है. पाली जालौर सिरोही में अब हालात बदलने लगे हैं. कांग्रेस का नाम लेने वाला नहीं बचा है. उन्होंने कहा कि हमें इस पर सोचना होगा. उन्होंने पार्टी आला कमान व राहुल गांधी का नाम लेते हुए कहा क्या राजनीति राहुल गांधी के सिद्धांतों पर करनी चाहिए या सौदेबाजी के सिद्धांतों पर करनी चाहिए. राजनीति करने वाले लोगों को ही तय करना होगा.
हरीश चौधरी ने बेनीवाल पर साधा निशाना
हरीश चौधरी ने हनुमान बेनीवाल पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हनुमान बेनीवाल की पार्टी प्रायोजित पार्टी है. अगर आप मारवाड़ के क्षेत्र में घूमेंगे और लोगों से बात करेंगे. तो हर कोई आपको इसके बारे में बताया. प्रदेश में नई परंपरा पैदा करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि हनुमान बेनीवाल से गठबंधन करना. तो दूर कोई इस तरह की कल्पना भी नहीं कर सकता है. अपनी पार्टी के आला कमान को सलाह देते भी उन्होंने कहा की पार्टी को बिना गठबंधन के चुनाव लड़ना चाहिए. पहले पार्टी ने कई बार गठबंधन किया था. तो उस कार्यकर्ता हताश हुए थे. पार्टी सक्षम है और पार्टी को किसी गठबंधन की आवश्यकता नहीं है.
ज्योति मिर्धा का भाजपा में जाना एक बड़ा विषय
उन्होंने कहा कि ज्योति मिर्धा का भाजपा में जाना एक बड़ा विषय है. कांग्रेस परिवार के नेता पार्टी छोड़कर जा रहे हैं. इस पर विचार करना चाहिए. नागौर में आसपास क्षेत्र में पार्टी पहले मजबूत थी. उन्होंने कहा कि हनुमान बेनीवाल की कोई विचारधारा नहीं है, वो केवल विवादों के माध्यम से अपनी जगह बनाना चाहते हैं. पंचायत चुनाव के नतीजे ने सब कुछ साफ कर दिया था. बेनीवाल पहले बीजेपी में गए, फिर उनके खिलाफ हो गए. फिर कम्युनिस्टों के साथ चले गए. वो कभी राइट तो कभी लेफ्ट करते हैं. उनका कोई स्टैंड क्लियर नहीं है. हनुमान बेनीवाल हल्की भाषा का इस्तेमाल करते हैं. लोगों की आस्था से खिलवाड़ करते हैं. हाल ही में उन्होंने ओमबना को लेकर हल्की भाषा का इस्तेमाल किया. इससे लोगों की भावनाएं आहत हुई. हरीश चौधरी का यह बयान लगातार राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बना हुआ है. विपक्ष इस पर कांग्रेस को घेरने में लगी है.
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