लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद राजस्थान की सियासत गरमा गई है. दौसा समेत पूर्वी राजस्थान की सीट पर बीजेपी की हार के बाद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने भजनलाल सरकार से इस्तीफा दे दिया. बीजेपी के दिग्गज नेता के इस्तीफा देने के बाद कई कयास भी लगने लगे. सियासी गलियारों में इसे कभी तो उनका संकल्प कहा गया तो कभी प्रेशर पॉलिटिक्स.
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इस बीच भजनलाल सरकार ने राज्य मंत्री ओटाराम देवासी और के. के. बिश्नोई को किरोड़ी बाबा के विभागों का अतिरिक्त प्रभार भी दे दिया. ऐसे में किरोड़ी बाबा की अनुपस्थिति में राज्यमंत्री ओटाराम देवासी और के. के. विश्नोई इन विभागों की जिम्मेदारी संभालते नजर आएंगे. वहीं, डॉ. मीणा की पत्नी गोलमा देवी का बड़ा बयान सामने आया है.
पूर्व मंत्री गोलमा देवी ने इसे लेकर एक इंटरव्यू में जवाब दिया है. उन्होंने कहा है "कुछ लोग अफवाहें फैला रहे हैं कि बड़े पद की लालसा में डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने इस्तीफा दिया है. लेकिन ऐसा नहीं है. किरोड़ीलाल मीणा वसुंधरा सरकार में भी इस्तीफा दे चुके हैं, तब भी इस्तीफा वापस नहीं लिया था. उनके लिए विधायक और मंत्री पद कोई मायने नहीं रखता है."
बता दें कि लोकसभा चुनाव में दौसा सीट से बीजेपी की हार के बाद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. कैबिनेट बैठक में शामिल नहीं होने को लेकर जब उनसे सवाल पूछा गया तो उन्होंने एक टीवी को कहा कि "मैंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. इसी नाते मैं कैबिनेट की बैठक में शामिल नहीं हुआ. हालांकि सीएम भजनलाल ने मुझसे कहा कि आपका इस्तीफा स्वीकार नहीं करेंगे." किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि संगठन और मुख्यमंत्री से कोई नाराजगी नहीं, लेकिन मैंने पब्लिक में कह दिया था इसलिए मुकर नहीं सकता था.
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