Anita Singh will contest elections as an independent: राजस्थान में भरतपुर (Bharatpur news) जिले की नगर विधानसभा सीट से 2 बार बीजेपी विधायक रहीं अनीता सिंह ने टिकट कटने के बाद बागी तेवर अपना लिया है. उन्होंने पार्टी पर भड़ास निकालते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने की भी घोषणा कर डाली.
गौरतलब है कि 9 अक्टूबर को बीजेपी ने राजस्थान में 41 उम्मीदवार घोषित किए हैं. इसके बाद से कई सीटों पर बगावत और विरोध की बातें सामने आ रही हैं. ऐसे में कई सीटों पर बगावती नेताओं के निर्दलीय ताल ठोकने से बीजेपी को कड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है.
‘बड़े नेताओं से मिली फिर भी टिकट कट गया’
टिकट कटने के बाद अनीता सिंह को घर पर विधानसभा क्षेत्र के लोगों की पंचायत हुई थी. पंचायत के बाद अनीता सिंह ने बताया कि “मैं इसी सीट से 2 बार विधायक रहीं. पार्टी के लिए बहुत मेहनत की. यहां तक कि 2 महीने तक बीजेपी के बड़े नेताओं से भी मिली. उन्होंने मुझे आश्वासन दिया था लेकिन फिर भी टिकट कट गया. क्षेत्र की जनता ने मुझे निर्दलीय चुनाव लड़ने को कहा है.”
जनता के हक के लिए चुनाव लड़ना पड़ेगा: अनीता सिंह
पूर्व विधायक अनीता सिंह ने कहा- “जिसने पार्टी को बहुत आगे बढ़ाया उसी का टिकट काटकर पार्टी ने बहुत गलत काम किया है. पार्टी के नेताओं के मेरे पास फोन आए और मैंने उनको कह दिया कि मैं अब आपके बंधन से निकल चुकी हूं. क्योंकि आपने मुझे धोखा दिया. जनता का फैसला ही सर्वोपरि है इसलिए उनके हक के लिए मुझे चुनाव लड़ना पड़ेगा. गौरतलब है की नगर विधानसभा सीट से दो बार विधायक रही अनीता सिंह का टिकट काटकर जवाहर सिंह बेढम को भाजपा ने टिकट दिया है. जवाहर सिंह 2018 में कामा से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे और 40,000 वोट से हार गए थे.
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