Rajasthan Politics: नागौर में सीएम गहलोत ने अपने और वसुंधरा के बीच सांठगांठ पर फिर बात की. इस दौरान उन्होंने वसुंधरा के साथ रिश्ते पर खुलकर बात की. सभा को संबोधित करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि मेरे और वसुंधरा के रिश्ते कभी अच्छे नहीं रहे. हमारी 15 वर्षों में 15 मिनट बात नहीं हुई. इसके लिए उन्होंने वसुंधरा के सलाहकारों को जिम्मेदार बताया था. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ का नाम लेकर उनपर आरोप भी लगाया था. सीएम ने कहा कि राजेंद्र राठौड़ जैसे लोगों के कारण हमारे रिश्ते कभी ठीक नहीं रहे. अब गहलोत के इस बयान के राजेंद्र राठौड़ ने पलटवार किया है.
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नेता प्रतिपक्ष ने ट्वीट कर गहलोत पर निशाना साधा है, उन्होंने ट्वीट कर लिखा – ”मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी, मैंने तो भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर तत्कालीन वसुंधरा राजे जी की सरकार के समय पार्टी के एक कर्तव्यनिष्ठ कार्यकर्ता के नाते मुझे दी गई जिम्मेदारियों का निर्वहन किया था. मैं पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के निर्देशों की पालना करने में विश्वास रखता हूं और आप कांग्रेस आलाकमान के भेजे गये दूतों को बेइज्जत कर बैंरग भेजने की राजनीति में विश्वास रखते हैं”.
इस दौरान राठौड़ ने 25 सितंबर की घटना का ज्रिक कर सीएम को घेरा, उन्होंने लिखा – ”कांग्रेस आलाकमान के लिए सबसे बड़े शर्म की बात है कि आपने 25 सितंबर 2022 को विधायक दल की बैठक ही नहीं होने दी और 92 विधायकों का इस्तीफा दिलवाकर आलाकमान के मुंह पर करारा तमाचा मारा था.
शेखावत को बताया गुरू
राठौड़ ने लिखा कि भैरोंसिंह शेखावत जी मेरे जैसे अनगिनत कार्यकर्ताओं के गुरु रहे हैं. मुझे गर्व है कि मैं उनका शिष्य रहा हूं. धोखा देने की राजनीति हमारे संगठन की परम्परा नहीं रही. धोखे की राजनीति तो कांग्रेस के डीएनए में हैं, जहां कुर्सी के चक्कर आप अपने लोगों को भी धोखा देने में बख्श नहीं रहे हो. इससे बड़े दुर्भाग्य की बात क्या होगी कि महंगाई राहत कैंपों के जरिये आप जनता को राहत देने की बजाय लगातार अपने राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति में लगे हुए हैं.
नागौर में बोला था राठौड़ पर हमला
नागौर के नावां गांव में एक जनसभा को भी संबोधित करते हुए सीएम गहलोत ने राजेंद्र राठौड़ पर हमला बोला था. इस दौरान सीएम गहलोत ने वसुंधरा के साथ अपने रिश्ते पर कहा था कि हमारी 15 वर्षों में 15 मिनट बात नहीं हुई है. हमारे टॉकिंग टर्म नहीं थे. उनके राजेंद्र राठौड़ जैसे लोग एडवाइजर थे. वो चाहते ही नहीं थे कि मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री के संबंध अच्छे रहे. मेरे और वसुंधरा जी के संबंध कभी ठीक नहीं रहे. दुआ-सलाम के भी नहीं रहे, अभी लोगों ने भड़का दिया, ऐसे लोग बड़े खतरनाक होते हैं.
नागौर: सीएम गहलोत बोले- मेरी सरकार बचने वाली नहीं थी, वसुंधरा के साथ सांठगांठ पर बताई यह बात
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