Rajasthan Vidhan Sabha: राजस्थान विधानसभा (Rajasthan Vidhan Sabha) की दूसरे दिन भी हंगामेदार शुरुआत हुई. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) बोलने लगे तो बीजेपी विधायकों ने उल्टे डोटासरा पर ही आरोप लगाए. विधायकों ने सीकर में कलाम कोचिंग को लेकर शोर मचाया और ‘आप चोर हैं’ के नारे भी लगाए. ने राज्यपाल के अभिभाषण को लेकर सवाल उठाए.
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उन्होंने कहा कि अभिभाषण को पढ़कर दुनिया हंस रही है. डोटासरा ने कहा कि मैं मानता हूं कि आपका विजन नहीं हो सकता, ये दिल्ली से बैठे हुए लोगों ने आपको भेजा. आपकी कैबिनेट और आपने देखा नहीं और जितनी गालियां आप दे सकते थे, उतनी दी. उन्होंने कहा कि बात सुनने का माद्दा रखिए, मैं एक भी बात गलत बोलूं तो टोक दीजिएगा. डोटासरा ने इस दौरान पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के कामकाज का ब्यौरा देते हुए प्रबंधन की तारीफ की.
डोटासरा ने कहा कि बीजेपी ने कुछ देर पहले 20 पेपर लीक का जो आंकड़ा सदन में बताया है, वो साफ करे इनमें से कितने गहलोत सरकार में हुए और कितने वसुंधरा राजे सरकार में हुए? बीजेपी ये भी बताए कि 33 में से जिस एक मामले में चालान पेश नहीं हुआ है, उसकी क्या वजह है? इसके बाद सदन में भारी हंगामा होने लगा.
करणपुर में मोरया बोल गया
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ये पर्ची से बनी सरकार है. घनश्याम तिवाड़ी के पर्ची वाले बयान का भी हवाला दिया. करणपुर उपचुनाव में बीजेपी मंत्री सुरेंद्रपाल सिंह टीटी की हार पर बोलते हुए कहा कि आपने अग्निवीर मंत्री बनाया और वहां मोरया बोल गया. वहीं, डोटासरा बोले “आप बोलते हैं कि हम अंतकर्लह में थे. वसुंधरा राजे जी जो 2 बार की पूर्व मुख्यमंत्री रही, वह विधायकों के साथ बैठी हुई हैं. हमारे पूर्व मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री तो साथ बैठे हैं.”
नेता प्रतिपक्ष ने उठाया राजीव गांधी युवा मित्रों का मामला
राजीव गांधी युवा मित्रों की योजना पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के बेक्र लगाने के बाद कांग्रेस विधायक रोहित बोरा मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि योजना में युवाओं को केवल राजीव गांधी के नाम पर बेरोजगार किया गया. प्रधानमंत्री मोदी ने हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था. 10 साल में कितने युवाओं को रोजगार दिया गया? प्रधानमंत्री के नाम को लेकर बीजेपी और कांग्रेस विधायक में तीखी बहसबाजी हुई. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इसे लेकर सरकार से जवाब मांगा, लेकिन जब सरकार की ओर से इस पर कोई जवाब नहीं आया तो विपक्षी नेताओं ने सदन से वॉकआउट कर लिया.
गौरतलब है कि राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप योजना के तहत प्रदेश के हजारों युवाओं को 17,500 का मासिक भुगतान किया जाता था. इस योजना के तहत युवा केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार करते थे. इस योजना पर ब्रेक लगाने के बाद हजारों बेरोजगार युवा जयपुर के शहीद स्मारक पर पिछले एक महीने से धरना दे रहे हैं.
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