PM Narendra Modi in Chittorgarh: राजस्थान (rajasthan news) की सियासत में वसुंधरा राजे (vasundhra Raje) इस बार बीजेपी के चेहरे के रूप में नहीं बल्कि पार्टी में अनदेखी के चलते चर्चा में हैं. खासतौर पर पीएम मोदी (PM Modi) के मंचों पर राजे की मौजूदगी पर सबकी नजर है. इस साल के लगभग सभी दौरे में मोदी के मंच पर कभी राजे चुप रहीं तो कभी इग्नोर हुईं. ऐसा लगा कि 2 अक्टूबर को पीएम की चित्तौड़गढ़ की रैली में शायद नजारा बदल जाए पर सबकुछ तस का तस दिखा.
ADVERTISEMENT
यह भी पढ़ें: राजे कैसे बनीं सियासत की महारानी, गहलोत के ‘जादू’ को बेअसर कर छीन ली सत्ता
न राजे को मंच पर बोलने का मौका मिला और न ही खास तवज्जोह उन्हें मिलीं जो अक्सर प्रदेश में पार्टी के मंचों पर मिला करती थी. पीएम के भाषण में भी पूर्व सीएम राजे का दूर-दूर तक जिक्र नहीं था. ये पहली बार नहीं था. पीएम मोदी ने इस बार राजस्थान चुनाव में चेहरा भी पार्टी सिंबल ‘कमल’ को बनाया है.
केवल सीपी जोशी का किया जिक्र
इस बार मंच पर एक और नजारा देखने को मिला. पीएम मोदी ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी का जिक्र किया. वर्तमान गहलोत सरकार को खूब कोसा और उनके हारने का दावा किया पर पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार और पूर्व सीएम राजे का जिक्र तक नहीं किया. ये पहली बार नहीं हुआ है. पीएम मोदी इससे पहले भी ऐसा ही करते आए हैं.
यह भी पढ़ें: PM मोदी के मंच पर इग्नोर हुईं राजे? न उनका जिक्र हुआ न ही संबोधन का मिला मौका!
राजे की तरफ मोदी ने देखा तक नहीं?
मंच पर पीएम मोदी का भाषण हुआ. वे वापस मंच पर आए. वहां मौजूद सारे नेताओं को अपने करीब आने का इशारा किया ताकि एक सामूहिक तस्वीर खिंचवाई जा सके. इसके बाद मोदी ने हाथ जोड़े सबका अभिवादन किया, लेकिन वसुंधरा की ओर देखा तक नहीं. इधर महारानी मंच पर अवाक खड़ी रह गईं.
यह भी पढ़ें: क्या वसुंधरा के बिना मोदी जिता पाएंगे राजस्थान? जानें
ADVERTISEMENT