Rajasthan News: अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल चुके सचिन पायलट के बाद अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रेस कांफ्रेस की. इस दौरान उन्होंने महंगाई राहत कैंप की जानकारी देते हुए कहा कि मेरी प्राथमिकता शिक्षा और चिकित्सा है, इसलिए हम यह कैंप लगाने जा रहे हैं. इससे प्रदेश का मानव संसाधन विकसित होता है. उन्होंने 2030 का विजन पेश किया और कहा कि मैं सामाजिक सुरक्षा के मुद्दे पर महत्व दे रहा हूं. मैंने पीएम नरेंद्र मोदी से भी निवेदन किया है कि आप सोशल सिक्योरिटी एक्ट बनाइए अच्छे से अच्छे अर्थशास्त्री मेरे ओल्ड पेंशन स्कीम के विरोध में आर्टिकल लिख रहे हैं. यह लड़ाई राइट और लेफ्ट की भी है. यह विचारधारा का संघर्ष है. दिलचस्प बात यह भी है कि पायलट के मुद्दे पर जब सवाल किए गए तो गहलोत ने इसका जबाव महंगाई राहत ही दिया. भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि एसीबी लगातार छापे मार रही है.
ADVERTISEMENT
हम सबका कर्तव्य बनता है कि मिशन 2030 पर काम करें. सिटी स्कैन, ऑर्गन ट्रांसप्लांट सबकुछ राजस्थान में फ्री होने के बाद भी हम काफी पीछे हैं. हमने जो शुरुआत की है, उसका फायदा लोगों तक पहुंचाना है. एआईसीसी ने कहा कि हमारा राज्य पूरे देश को नेतृत्व की गति प्रदान की है. इससे बड़ी बात क्या होगी कि आलाकमान आपके कामों की तारीफ करें. पायलट के मुद्दे पर बोला कि हमारा लक्ष्य एक ही है महंगाई राहत.
साल 1998 में बीपीएल की योजना लाए, लेकिन मुझे अफसोस होता है 2003 चुनाव की बैठक में पूछता था कि कितनों को इन योजना का पता है तो 3 हजार में से 60 लोग हाथ खड़े करते थे. यह कैंप इसलिए हम लगा रहे हैं ताकि हर आदमी को पता चले कि उसे क्या-क्या फायदा मिल सकते हैं. इस कैंप का रोडमैप बन चुका है. कुल 2 हजार 700 कैंप लगाए जाएंगे. गहलोत ने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि हर राजनैतिक पार्टी के कार्यकर्ता इससे जुड़ेंगे. यह कैंप 2 महीने तक चलेंगे.
यह भी पढ़ेंः मोदी के बयान पर गहलोत ने जताई आपत्ति, बोले- बीजेपी का चुनावी एजेंडा था आपका भाषण
ADVERTISEMENT