cp joshi attack on free smartphone scheme: प्रदेश के विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही अब राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (ashok gehlot) प्रदेश की महिलाओं को फ्री स्मार्टफोन (free smartphone) वितरित कर रही है. वहीं, इस पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी (cp joshi) ने इस योजना पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं. गहलोत सरकार द्वारा बांटे जा रहे इंदिरा गांधी स्मार्टफोन पर सवाल खड़े किए हैं. सोमवार को उदयपुर दौरे पर पहुंचे सीपी जोशी ने शहर के टाउन हॉल में एक कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि 4 साल पहले राज्य की गहलोत सरकार ने कहा था कि एक करोड़ मोबाइल फोन बाटेंगे. आज आउटडेटेड कंपनी के मोबाइल फोन लेकर आए.
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उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए पूछा कि इस मोबाइल पर खरीदने पर कितना घोटाला है? जोशी ने कहा कि आप महिलाओं को मोबाइल दीजिए, हम उसका स्वागत करते हैं. लेकिन आप महिलाओं को सुरक्षा देने का भी काम करें. क्योंकि आप राजस्थान में महिलाओं की सुरक्षा नहीं कर सकते यह देखने को मिलता है.
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला के बयान पर भी सीपी जोशी ने जमकर हमला बोला. जोशी ने कहा कि इस तरह के बयान देना कांग्रेस के नेताओं के संस्कारों में हैं. प्रधानमंत्री मोदी को लेकर भी कांग्रेस के नेता किस तरह के बयान देते हैं. यह लोग प्रधानमंत्री को नीच तक कहते हैं. मौत का सौदागर है जैसे अलग-अलग शब्दों का प्रयोग करते हैं. सीपी जोशी ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को और राम और रामायण भी याद आने लगे हैं. कांग्रेस के नेता कहते हैं कि भारत माता के टुकड़े किए है. लेकिन भारत माता के टुकड़े तो 1947 में कांग्रेस पार्टी ने करवाए थे.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यही लोग थे कि जिन्होंने भारत से कश्मीर को अलग करने का काम किया. जिस तरह का बयान रणदीप सुरजेवाला ने दिया है, मुझे लगता है कि इसीलिए हरियाणा की जनता ने उन्हें एक बार भी प्रत्यक्ष तौर से जीता कर नहीं भेजा. राजनीति में इस तरह के शब्दों का कोई महत्व नहीं है.
छात्रसंघ चुनाव को गहलोत पर निशाना
सीपी जोशी ने कहा कि जो लोग लोकतंत्र की दुहाई देते हैं. वहीx, लोग लोकतंत्र का गला घोटने का काम कर रहे हैं. छात्र संघ चुनाव में राजस्थान में बैन लगा दिया गया. क्योंकि पिछले साल राजस्थान में छात्र संघ चुनाव में 10 विश्वविद्यालय में 7 विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की जीत हुई थी. जबकि तीन विश्वविद्यालय में निर्दलीय प्रत्याशी जीते थे. इन चुनाव में एनएसयूआई 0 पर रही थी. ऐसे में एक बार फिर राजस्थान का युवा कमर कस कर बैठा है. क्योंकि जिस तरह से एग्जाम के पहले पेपर लीक हुए हैं. कांग्रेस पार्टी को यह डर है.कि हम छात्रसंघ चुनाव ना हार जाए, इसलिए प्रदेश में छात्र संघ चुनाव नहीं कराया जा रहे है.
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