Rajasthan BJP Campaign Launch: बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ आंदोलन को लॉन्च किया. बीजेपी के इस कार्यक्रम को आंदोलन के जरिए राज्य की सभी 200 विधानसभा स्तर तक ले जाने की तैयारी है. यह आंदोलन 1 अगस्त तक चलेगा. इस दौरान नड्डा़ समेत तमाम बीजेपी के नेताओं ने ‘फेल कार्ड’ भी लॉन्च किया गया.
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दरअसल, भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस सरकार के विरूद्ध सत्ता विरोधी लहर को और मजबूत करने के लिए ‘‘नहीं सहेगा राजस्थान’’ अभियान लॉन्च किया है. जिसके तहत बीजेपी प्रदेश स्तर पर 8 मुख्य मुद्दो को प्रमुखता से उठाएगी.
पार्टी अब कुशासन, जंगलराज, भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण, किसान बदहाली, महिला असुरक्षा, युवा बेरोजगारी और पिछड़ो पर अत्याचार को मुद्दा बनाएगी. इन मुद्दो को जनता के सामने विभिन्न माध्यमों के जरिए उठाएगी और कांग्रेस सरकार को उखाड़ फैकने का संकल्प लेंगे. 16 जुलाई , 2023 को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के जयपुर दौरे के बाद नहीं सहेगा राजस्थान अभियान का आगाज किया गया. यह अभियान अगले महीने 1 अगस्त तक चलेगा.
18 जुलाई को होगा धरना-प्रदर्शन
आंदोलन के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष, विधायक से लेकर सांसदों की भागीदारी तय की गई है. 16 जुलाई को अभियान लॉन्च होने के बाद 17 को जिला स्तरीय अभियान लॉन्च किया जाएगा. जिसमें 32 प्रशासनिक जिलों में पार्टी इकाई की ओर से प्रेस कांफ्रेंस की जाएगी. 18 जुलाई को मंडल स्तर पर बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर या महात्मा गांधी के मूर्ति के नीचे पार्टी की ओर से 2-3 घंटे का काली पट्टी और हाथ में तख्ती के साथ धरना-प्रदर्शन और पद यात्रा की जाएगी.
18-24 जुलाई तक होगा जनसंपर्क
18 से 24 जुलाई नहीं सहेगा राजस्थान जन संपर्क के तहत घर-घर जाकर लोगों को कांग्रेस सरकार का फेल कार्ड दिया जाएगा. साथ ही चौपाल सभा का भी आयोजन होगा. 19-20 जुलाई को जिला मुख्यायल में पदयात्रा निकाली जाएगी.
हर विधानसभा में लगाया जाएगा एफआईआर कैंप
इस दौरान पार्टी की ओर से हर विधानसभा में 2 एफआईआर कैंप लगाए जाएंगे. जहां स्थानीय लोग कांग्रेस सरकार के विरुद्ध अपना आरोप दर्ज करवाएंगे. इस कैंप का नेतृत्व सांसद, विधायक और नगर पालिका अध्यक्ष करेंगे. कार्यक्रम के अंतिम चरण में जयपुर में 25 से 30 जुलाई चलो जयपुर आह्वान कार्यक्रम प्रस्तावित है. जिसके बाद 1 अगस्त को जयपुर महा आंदोलन होगा. इस पूरे आंदोलन के दौरान पार्टी के सभी मोर्चे की भागीदारी भी तय की गई है. किसान और ओबीसी मोर्चा, महिला मोर्चा, युवा मोर्चा, अनुसूचित जाति और जनजाति मोर्चा भी विभिन्न स्तर पर कार्यक्रम करेंगे.
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