BJP Parivartan Yatra in Rajasthan: राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) अब परिवर्तन यात्रा शुरू करने जा रही है. जिनके माध्यम से बीजेपी 72 सभाएं और कार्यक्रम कर कांग्रेस (Rajasthan Congress) के खिलाफ प्रचार करेगी. यह यात्राएं 2 से 5 सितंबर तक रोजाना बड़े नेताओं द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना की जाएगी. यह राज्य के अलग-अलग कोनों से शुरू होकर आगे बढ़ेगी. यह यात्राएं पूर्व में सवाईमाधोपुर जिले के त्रिनेत्र गणेश मंदिर, पश्चिम में जैसलमेर जिले के रामदेवरा, उत्तर में हनुमानगढ़ जिले के गोगामेड़ी मंदिर और दक्षिण में डूंगरपुर जिले के बेणेश्वरधाम से शुरू होगी. प्रदेश के चारों दिशाओं से निकलने वाली ये यात्राएं सभी 200 विधानसभा सीटों को कवरअप करते हुए कुल 8,982 किलोमीटर का सफर तय करेंगी.
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इसी बीच यात्रा से एक दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) धार्मिक यात्रा पर मेवाड में देव दर्शन करेगी. राजे शुक्रवार को राजसमंद जिले में चारभुजानाथ मंदिर से आर्शीवाद लेकर आगे बढ़ेगी. चारभुजानाथ मंदिर से वसुंधरा राजे ने 2013 और 2018 में भी यात्रा शुरू की थी. राजे की ओर से जारी अचानक एक दिवसीय देव दर्शन कार्यक्रम के बाद सियासी चर्चाओं बढ़ गई है. 2 सितंबर को त्रिनेत्र गणेश मंदिर से शुरू होने वाली पहली परिवर्तन यात्रा में भी राजे के शामिल होने को संशय की स्थिति बनी हुई है.
बेणेश्वर से अमित शाह 3 सितंबर को करेंगे आगाज
2 सितंबर को सवाईमाधोपुर जिले के त्रिनेत्र गणेश मंदिर में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा हरी झंडी दिखाएंगे. इसके 1 दिन बाद 3 सितंबर को डूंगरपुर के बेणेश्वर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हरी झंडी दिखाकर दूसरी यात्रा शुरू करेंगे. दक्षिणी राजस्थान की यह यात्रा 19 दिन में 2433 किमी की दूरी तय करते हुए कुल 52 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेगी. इसके रूट में डूंगरपुर, उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, कोटा, भीलवाड़ा, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, बूंदी, बारां, झालावाड़ जिलों की विधानसभा सीटें शामिल हैं. बेणेश्वरधाम से शुरू दूसरी यात्रा की कमान बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के हाथों में रहेगी.
वसुंधरा चारभुजा, नाथद्वारा और त्रिपुरा सुंदरी के करेंगी दर्शन!
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे शुक्रवार सुबह जयपुर से हेलिकॉप्टर से रवाना होकर सीधे राजसमंद जिले के चारभुजा मंदिर में ठाकुर जी के दर्शन करेगी. इसके बाद वे हेलिकॉप्टर से नाथद्वारा पहुंचकर श्रीनाथजी के दर्शन करेगी. उसके बाद राजे सीधे बांसवाड़ा जिले में स्थित त्रिपुरा सुंदरी मंदिर में जाएंगी. धार्मिक यात्रा में राजे एक-एक जगह पर करीब दो घंटे रुकेंगी. इस दौरान उनके समर्थक शक्ति प्रदर्शन की भी भरपूर कोशिश कर सकते हैं.
दरअसल वसुंधरा राजे का मेवाड़ समेत राजस्थान भर के धार्मिक स्थानों से शुरू से लगाव रहा है. इस बार परिवर्तन यात्रा से पहले राजे की देव दर्शन यात्रा को लेकर भी कई कयास लगाए जा रहे है. उसके इस कदम को हिंदूवादी और प्रमुख चेहरे के तौर पर प्रोजेक्ट करने के रूप में भी जोड़कर भी चर्चा हो रही है.
वसुंधरा राजे निकाल चुकी है 3 यात्राएं
राजस्थान में 2 बार सीएम रह चुकी वसुंधरा राजे अब तक राजस्थान में तीन यात्राएं निकाल चुकी हैं. 5 बार देव दर्शन यात्रा भी कर चुकी हैं. राजे ने साल 2002 में पहली बार यात्रा निकाली. उस यात्रा को परिवर्तन यात्रा का नाम दिया गया था. राजे की वो सबसे लंबी यात्रा थी. इस यात्रा में राजे ने एक साल में 200 विधानसभा सीटों में घुमकर कवर किया और पहली बार राजस्थान की सीएम बनीं. इसके बाद साल 2013 में राजे ने दूसरी यात्रा सुराज संकल्प यात्रा के नाम से निकाली थी, जो राजसमंद के चारभुजा मंदिर से ही शुरू हुई. इसके बाद भी दिसंबर-2013 में बीजेपी को राजस्थान में बहुमत मिला था. तीसरी यात्रा राजे ने मुख्यमंत्री रहते हुए साल 2018 में निकाली थीं. यह यात्रा भी चारभुजा मंदिर से ही शुरू हुई थी. इस यात्रा को गौरव यात्रा का नाम दिया गया, हालांकि 2018 के चुनावों में बीजेपी की हार हुई और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनी थी.
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