Who has the red diary: बर्खास्तगी के बाद राजेंद्र गुढ़ा ने जब सदन में लाल डायरी की बात कही तो राज और भी गहरा गया. जैसे ही गुढ़ा ने डायरी लहराई और स्पीकर सीपी जोशी के सामने गए तो सदन में हंगामा मच गया. कुछ ही देर बाद मार्शल ने उन्हें बाहर निकाल दिया. जिसके बाद सदन के बाहर ही मीडिया को संबोधित करते हुए गुढ़ा ने कांग्रेस के मंत्री-विधायकों पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को डर था, इसलिए उन्होंने लात-घूंसों से खूब मारा और लाल डायरी भी छीन ली. अब सवाल यह उठता की छीनाझपटी के बाद लाल डायरी किसके पास है.
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गुढ़ा का कहना है कि मैं तो तथ्य के साथ सारी बातें सदन में रख रहा था. मीडिया के सामने भी रख रहा था. मुझे अगर विधानसभा में डायरी टेबल करने का मौका मिलता तो बताता किस-किस नेता को क्या-क्या मिला? किसके जरिए मिला.
कोई एक नंबर में चेक से थोड़े ही पैसे दिए थे. सारी चीजें थीं, एक-एक बात और लेनदेन का ब्यौरा था. जब उन्हें लगा कि सारी चीजें बाहर आ रही हैं तभी तो उन्होंने डायरी को छीन लिया. उन्होंने कहा कि मुझसे वह डायरी छीनने के लिए रफीक खान समेत कई विधायकों ने मारपीट की.
अब राजेंद्र गुढ़ा के पास क्या
ऐसे में सवाल यह है कि अगर डायरी उनसे छीन ली गई है तो गुढ़ा के पास क्या है? गुढ़ा ने मीडिया को बताया कि डायरी तो विधायक ने ले ली, लेकिन डायरी के कई पार्ट उनके पास है. जिसमें क्रिकेट एसोसिएशन में लेन-देन, राज्यसभा चुनाव के दौरान किसको कितना पैसा दिया. ये सब लेखा-जोखा है.
भले ही इस मामले में गुढ़ा खुलकर आरोप लगा रहे हैं, लेकिन अभी भी उन्होंने लाल डायरी के पन्ने नहीं खोल रहे हैं. गुढ़ा खुलकर कुछ नहीं बता रहे हैं, कह रहे हैं कि इसमें विधायकों के लेन-देन का हिसाब है. बीजेपी का हेलीकॉप्टर खाली क्यों गया था और बीजेपी के विधायक अपनी पार्टी के बाड़ेबंदी से क्यों भागे थे, उसका भी जिक्र है. राजस्थान क्रिकेट एसोशिएसन के चुनाव का हिसाब-किताब भी है. वो कह रहें कि चुनाव से पहले सब सामने आ जाएगा.
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