Women Reservation Bill: पीएम मोदी (PM Modi) की अध्यक्षता में सोमवार को कैबिनेट की मीटिंग हुई. इस मीटिंग के बाद संसद और विधानसभाओं में महिलाओं को 33% आरक्षण विधेयक बिल पर मुहर लगने की जानकारी सामने आई. हालांकि अभी इसकी आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई. अगर महिला आरक्षण से जुड़ा विधेयक पास होता है तो राजस्थान विधानसभा में भी महिलाओं की संख्या बदल जाएगी. इस विधेयक के पास हो जाने के बाद राजस्थान विधानसभा से लेकर संसद में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी. प्रत्येक पार्टियों को महिलाओं का प्रतिनिधित्व किस तरह होगा. यह अभी विधेयक पास होने के बाद साफ होगा. अभी सरकार की ओर से कैबिनेट मीटिंग में लिए गए फैसलों की जानकारी नहीं दी गई है.
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केन्द्रीय राज्य मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी, लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने ट्वीट डिलीट कर दिया. उन्होंने लिखा था ‘‘सिर्फ (नरेन्द्र) मोदी सरकार के पास महिला आरक्षण की मांग को पूरा करने का नैतिक साहस है, जो मंत्रिमंडल की मंजूरी से साबित हो गया है. नरेन्द्र मोदी जी को बधाई और मोदी सरकार को बधाई.’’ वहीं आज सदन में इस बिल को पेश किया जा सकता है.
महिला आरक्षण बिल आने के बाद स्थिति
राजस्थान में 200 विधानसभा सीटों में से 59 सीटें रिजर्व हैं, जिनमें से एससी के लिए 34 और एसटी के लिए 25 सीटें आरक्षित हैं. अगर संसद में महिलाओं के 33 प्रतिशत आरक्षण से जुड़ा विधेयक पास हो जाता है तो विधानसभा में महिलाओं की संख्या में बदलाव देखने को मिलेगा. ऐसे में राजस्थान विधानसभा से कम से कम 66 महिला पहुंचेंगी.
2018 में विधानसभा में महिला विधायकों की स्थिति
राजस्थान विधानसभा में 200 सीटें हैं. 2018 विधानसभा चुनाव में 24 महिला जीतकर विधानसभा पहुंची थीं. जिनमें से सबसे अधिक कांग्रेस पार्टी से 12 महिला विधायक, बीजेपी से 10 महिला विधायक और 1-1 आरएलपी और आईएनडी से विधायक हैं.
2019 में महिला सांसद की संख्या
राजस्थान से संसद में 25 सीटें है. इनमें से 2019 के लोकसभा चुनावों में कुल महिला सांसद चुनी गई. जिनमें से रंजीता कोली, जसकौर मीणा और दीया कुमारी हैं. अगर आरक्षण विधेयक पास हो जाता है तो राजस्थान से कुल 25 सीटों में से 8 से 9 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हो जाएंगी.
2013 में महिलाओं की विधायकों की स्थिति
2013 विधानसभा चुनाव के बाद 26 महिला विधायक विधानसभा पहुंची. इनमें से सबसे अधिक 20 महिला विधायक बीजेपी पार्टी की रही. वहीं NUZP ( National Unionist Zamindara Party, ) पार्टी से 3, कांग्रेस से 2 और एक महिला विधायक National People’s Party पार्टी से चुनकर विधानसभा पहुंची थी.
केवल 12 से 13 प्रतिशत महिला ही पहुंच रही विधानसभा
कुल मिलाकर पिछले 2 विधानसभा चुनावों में देखें तो 2018 के विधानसभा चुनावों में कुल 12 प्रतिशत महिला विधायक ही पहुंची. वहीं 2013 के चुनावों की बात करें तो 2018 की तुलना में अधिक महिला विधायक चुनी गई. 2013 में 13 प्रतिशत महिला ही विधानसभा पहुंची. ऐसे में अगर पार्टी वाइज बात करें.
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