Rajendra Gudha’s lal diary: विधानसभा में अपनी ही सरकार को घेरने के बाद मंत्री पद से बर्खास्त राजेन्द्र गुढ़ा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर हमलावर है. अब वो लाल डायरी के जरिए नए खुलासे करने की बात कह रहे हैं. शनिवार को इस पूरी घटना के बाद उन्होंने दावा किया था कि सोमवार को वह सदन में बड़ा खुलासा करेंगे. अब बड़ा सवाल यह है कि वह लाल डायरी के जरिए कौनसा खुलासा करने जा रहे हैं. गुढ़ा कह चुके हैं कि अगर वो लाल डायरी लेकर नहीं आते तो गहलोत जेल में होते. जिसके बाद अब सभी की निगाहें विधानसभा में कार्यवाही के दौरान गुढ़ा पर रहेगी.
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वहीं, अपनी बर्खास्तगी के बाद पूर्व सैनिक कल्याण राज्य मंत्री ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर भी पलटवार किया था. उन्होंने कहा था कि डोटासरा कह रहे हैं कि राजेंद्र गुढ़ा बीजेपी से मिला हुआ है. वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत मिले तो कोई दिक्कत नहीं.
उन्होंने कहा कि मुझे तो दूसरा काम भी नहीं आता. मुझे आदत पड़ गई है सच बोलने की. मैंने बस इतना कहा था कि मणिपुर हिंसा पर बात कर रहे हो तो राजस्थान में बढ़ते अत्याचार पर भी देखो. मैंने कहा कि अपने गिरेबां में देखो. गुढ़ा ने बर्खास्त किए जाने के फैसले पर हमला बोलते हुए कहा कि मुझसे इस्तीफा मांग लेते तो मैं इस्तीफा दे देता. जब मुकदमा होता है तो भी समय दिया जाता है और फिर जज फैसला करता है. मुझे तो सीधे ही उड़ा दिया.
गुढ़ा बोले- 9 मंजिल पर जाकर 150 जवानों के बीच से लेकर आया था डायरी
वहीं, पूर्व मंत्री ने एक बार फिर लाल डायरी को लेकर बात कही. उन्होंने कहा कि लाल डायरी निकाल कर नहीं लाता तो आज रिजल्ट कुछ और होते. उस दिन मुख्यमंत्री ने कहा था कि गुढ़ा सब कुछ तेरे हाथ मे है. मैं सीआएपीएफ के 150 जवानों के बीच से निकलकर 9 मंजिल पर गया. उन्होंने खुद कहा था कि राजेंद्र गुढ़ा नही होते तो मैं नही होता.
गहलोतजी आपने विधानसभा में मुझे भेजा ताकि मैं सच बोलूं
गहलोत पर तंज कसते हुए गुढ़ा ने कहा कि आपने मुझे विधानसभा में भेजा भी इसलिए था कि मैं सच बोलूं. उसके बाद आप जब हमारी बहन-बेटियों की सुरक्षा नहीं कर पाए तो मैं बोल गया, यह गुनाह हो गया. मैं मरते दम तक उदयपुरवाटी, शेखावटी की जनता के लिए लड़ता रहूंगा. गौरतलब है कि गुढ़ा ने शुक्रवार को सदन में महिलाओं के बढ़ते अपराधों को लेकर कहा था कि ‘ये स्वीकार करना चाहिए, ये सच्चाई है कि हम महिलाओं की सुरक्षा में असफल हो गए. राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ जिस तरह से अत्याचार बढ़े हैं, मणिपुर की चिंता करने की बजाय हमें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए’.
पायलट की जनसभा में भी दे चुके हैं संकेत
वहीं, 11 मई को जब पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने पदयात्रा की. उसके समापन के दौरान जब जनसभा हुई तो मंत्री गुढ़ा ने गहलोत पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा था कि ‘भाजपा के हेलिकॉप्टर खाली लौटाए, वो कौनसी जादूगरी थी. मेरे पास उनका हिसाब और सबूत हैं. हमारे पास सबूत हैं भाजपा विधायकों को खरीदने का, करोड़ों रुपए-पैसे का एक-एक सबूत इस राजेंद्र गुढ़ा के पास.
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